AIN NEWS 1 : उत्तर प्रदेश पुलिस मे भी तो हम और आप जैसे ही लोग होते है इसीलिए वो भी आपस में कभी कभी भिड़ंत जाते है ऐसी ही एक खबर आ रही हैं लेकिन इसमें कुछ अलग ही है दरअसल रामपुर से एक ऐसी खबर आई है जिसे सुनकर हर कोई व्यक्ति हैरान है। यहां एक महिला सिपाही ने अपने थानेदार यानी एसओ का ऐसा बुरा हाल कर दिया जिसे देख हर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा हैरान है। इस साथी सिपाही से इसकी स्कूटी को लेकर हुए विवाद में खुद को बहुत ही प्रताड़ित महसूस कर रही खजुरिया थाने में तैनात महिला सिपाही ने अपने थाना प्रभारी की आंख में पहले मिर्ची पाउडर डाला। उसके बाद उन पर थाने में ही लाठी से हमला कर दिया। इस महिला सिपाही ने उनपे पैर दबवाने के लिए उन्हे परेशान करने समेत अन्य कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। इस पूरे प्रकरण में सूचना पर पहुंचे सीओ बिलासपुर ने इस मामले की की जांच करने के साथ ही सीसीटीवी फुटेज को भी अपने कब्जे में ले लिया उधर, शुरुआती जांच के आधार पर एसपी राजेश द्विवेदी ने इस आरोपी सिपाही को निलंबित भी करके पुलिस लाइन से इनको संबद्ध कर दिया है। यहां हम आपको बता दें महिला सिपाही आरजू काफी समय से ही खजुरिया थाने में तैनात हैं। यहां पर एक अन्य महिला सिपाही अमृता भी काफ़ी समय से तैनात हैं। वह पांच दिन पहले ही आरजू की नई स्कूटी को मांगकर ले गई थी। इस दौरान उसकी स्कूटी कहीं दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इससे नाराज होकर आरजू ने उससे नई स्कूटी लेकर देने को कहा। इसे लेकर दोनों में ही काफ़ी ज्यादा विवाद हो गया। आरजू ने अपने थानाध्यक्ष राजीव कुमार से इसकी शिकायत करते हुए अमृता के खिलाफ एफआईआर लिखने को अपनी तहरीर दी।थानाध्यक्ष ने उसे इस मामले मे समझाने की कोशिश की और उसकी रिपोर्ट दर्ज करने से भी इंकार कर दिया। आरोप तो यह भी है कि थाना प्रभारी ने सिपाही आरजू को इस दौरान धमकाया। इससे काफ़ी ज्यादा गुस्साई आरजू मंगलवार सवेरे लाल मिर्च की थैली और लाठी लेकर थाने पर पहुंची। उसने एक बार फिर अपने एसओ से अपने मामले मे कार्रवाई की मांग की लेकिन जब थानाध्यक्ष ने इस मामले मे कार्रवाई से इंकार किया तो आरजू ने उनकी आंख में पहले मिर्च पाउडर झोंक दिया और उन पर अपनें साथ लाई गई लाठी से हमला भी कर दिया। उस समय एसओ राजीव जनसुनवाई कर रहे थे। वहा आसपास भी कई लोग मौजूद थे। यह पूरी घटना थाने के सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई।
इस दौरान ही महिला सिपाही ने एसओ को पीटने की बात को खुद ही स्वीकार करते डीजीपी को व्हाट्सएप पर एक मैसेज भी कर दिया और खुद के लिए अपनी जान का खतरा जताते हुए कार्रवाई की मांग भी की। इसके साथ ही उसने उन पर पैर दबवाने समेत कई सारे अन्य आरोप लगाए। उधर, खजुरिया थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने इस मामले मे कहा कि दोनों महिला सिपाहियों में स्कूटी के एक्सिडेंट को लेकर ही कुछ विवाद हुआ था। इन दोनों में मारपीट होने पर उन्होंने बीच बचाव करवाया। इसमें ही वह मामूली रूप से चोटिल हो गए।सीओ रवि खोखर ने भी इस मामले मे कहा कि खजुरिया थाने में तैनात महिला सिपाही आरजू ने मंगलवार सुबह थाने पर आकर जनसुवाई कर रहे अपने थाना प्रभारी राजीव कुमार के साथ में बहुत अभद्र व्यवहार किया। जिसके बाद महिला आरक्षी द्वारा की गई इस अभद्रता की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी गई। पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इस महिला सिपाही को निलंबित करके उसे अब पुलिस लाइन में सम्बद्ध कर दिया है।
Police officials are most corrupt and irresponsible in our country and their infighting is known to everyone.