AIN NEWS 1 दिल्ली: मुंबई की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले आदर्श कुमार अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की सेवाओं से काफी संतुष्ट थे, क्योंकि उनके CA ने उन्हें 50 हजार रुपये का रिफंड दिलाया था। आदर्श ने यह जानकारी अपने दोस्त को दी, जिसने भी अपने टैक्स रिटर्न भरवाने के लिए आदर्श के CA की मदद ली। आदर्श के CA ने कई डिडक्शन्स का फायदा उठाकर उसे रिफंड दिलवाया और इसके एवज में रिफंड की राशि का 15% हिस्सा भी लिया।
लेकिन आदर्श को बाद में पता चला कि उसके CA ने डिडक्शन्स के लिए गलत जानकारियां दी थीं। ऐसी स्थिति में सवाल उठता है कि अगर CA गलती करता है तो जिम्मेदारी किसकी होगी और जुर्माना किसे भुगतना पड़ेगा?
सरकार ने 2018 में इस मुद्दे पर एक नोटिफिकेशन जारी किया था जिसमें कहा गया था कि ऑनलाइन आईटीआर फाइल करते समय कोई दस्तावेज जमा नहीं किए जाते। इस प्रकार, टैक्सपेयर्स की जिम्मेदारी है कि वे अपनी आईटीआर सही और समय पर भरें। अगर CA गलती भी करता है तो उसकी जिम्मेदारी करदाता की ही होगी।
गलती होने पर क्या करें:
1. आईटीआर की खुद से जांच करें: अपने आईटीआर को भरने के बाद एक बार खुद से जांच लें कि सभी जानकारी सही है और कोई गलती न हो।
2. रिवाइज आईटीआर भरें: अगर कोई गलती दिखे और रिटर्न भरने की डेडलाइन बीती नहीं हो, तो आप संशोधित (रिवाइज) आईटीआर भर सकते हैं। इससे आपका रिटर्न खारिज नहीं होगा और आप जुर्माने तथा लेट फीस से बच सकते हैं।