Clerk Caught Red-Handed Taking ₹2 Lakh Bribe, Search for CO Intensifies
बदायूं में 2 लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथ पेशकार गिरफ्तार, सीओ की तलाश जारी
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। एंटी करप्शन टीम ने बिसौली में सीओ चकबंदी के पेशकार को ₹2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इस रिश्वतखोरी में सीओ चकबंदी प्रमोद कुमार सिंघल का भी नाम सामने आया है, जो अब फरार हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और तलाश जारी है।
शिकायत और एंटी करप्शन टीम की योजना
इस्लामनगर थाना क्षेत्र के सिठौली गांव निवासी अजीत सिंह ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी कि उनकी मां मंजुल की जमीन का ट्रांसफर सीओ चकबंदी द्वारा नहीं किया जा रहा था। इसके बजाय, जमीन को नवीन परती (सरकारी भूमि) के रूप में दर्ज कर दिया गया था। अजीत ने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जहां से अदालत ने जमीन मंजुल के नाम दर्ज करने का आदेश दिया। लेकिन आदेश का पालन करने के बदले, सीओ चकबंदी ने ₹2 लाख की रिश्वत की मांग की।
शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन टीम ने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव से अनुमति लेने के बाद टीम ने ट्रैप बिछाया और रिश्वत लेते हुए पेशकार को पकड़ लिया।
रंगेहाथ पकड़ा गया पेशकार
सोमवार को एंटी करप्शन, बरेली की टीम ने बिसौली स्थित सीओ चकबंदी कार्यालय में छापा मारा। वहां, सीओ चकबंदी के पेशकार रामनरेश (निवासी घनसरे, थाना बिलग्राम, हरदोई) को शिकायतकर्ता अजीत से ₹2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया गया। इस दौरान सीओ चकबंदी प्रमोद कुमार सिंघल मौके पर नहीं थे और अब फरार हैं।
सीओ चकबंदी के खिलाफ मामला दर्ज
एंटी करप्शन टीम का दावा है कि रिश्वत की मांग सीधे सीओ चकबंदी प्रमोद कुमार सिंघल ने की थी और उनके निर्देश पर ही पेशकार रिश्वत ले रहा था। इस आधार पर सिविल लाइंस कोतवाली में सीओ चकबंदी और पेशकार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस की कार्रवाई और अगली रणनीति
गिरफ्तारी के बाद पेशकार रामनरेश से पूछताछ की जा रही है, ताकि सीओ चकबंदी के ठिकाने का पता लगाया जा सके। पुलिस टीमें अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं।
बदायूं में हड़कंप, विभाग में मचा हंगामा
इस कार्रवाई के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है। अन्य अधिकारियों पर भी जांच की तलवार लटक रही है। इस घटना से एक बार फिर यूपी में भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर बहस तेज हो गई है।
In Budaun, Uttar Pradesh, the Anti-Corruption Team took strict action by arresting a clerk red-handed while accepting a ₹2 lakh bribe on behalf of CO Chakbandi Promod Kumar Singhal. The bribery case came to light after a land transfer dispute led the complainant to approach the High Court, which ruled in his favor. However, the CO Chakbandi allegedly demanded a bribe to execute the court order. With the Anti-Corruption crackdown, the clerk was arrested, and a case has been registered against CO Chakbandi, who is now on the run. This Budaun bribery case highlights the ongoing corruption issues in UP.