AIN NEWS 1: मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में एक अजीबोगरीब प्रथा चल रही है, जिसे ‘धड़ीचा’ प्रथा के नाम से जाना जाता है। इस प्रथा के तहत पुरुष दूसरों की बहू-बेटियों को किराए पर ले सकते हैं। इस प्रक्रिया के लिए हर साल एक विशेष मंडी लगाई जाती है, जहां महिलाएं और लड़कियां उपलब्ध होती हैं। यहां के पुरुष महिलाओं को उनके चाल-चलन के आधार पर खरीदते हैं और बकायदा एग्रीमेंट करते हैं।
‘धड़ीचा’ प्रथा का तरीका
– मंडी और एग्रीमेंट : शिवपुरी में हर साल एक मंडी लगती है, जहां महिलाएं और लड़कियां किराए पर दी जाती हैं। पुरुष उनकी खासियतों को देख कर उनकी कीमत लगाते हैं। जब कोई पुरुष किसी महिला को पसंद करता है, तो वह 10 रुपये से लेकर 100 रुपये तक के स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट करता है। इस एग्रीमेंट में दोनों पक्षों की शर्तें दर्ज होती हैं।
– महिलाओं की कीमत : इस मंडी में महिलाओं की कीमत 15,000 रुपये से शुरू होती है और यह 4 लाख रुपये तक भी हो सकती है। पुरुष इस कीमत पर एक साल या उससे कम समय के लिए महिला को अपने घर ले जाते हैं।
– एग्रीमेंट का नवीनीकरण : यदि किसी पुरुष को महिला पसंद आ जाए और वह और समय बिताना चाहे, तो उसे मंडी में जाकर दोबारा एग्रीमेंट बनवाना होता है और अतिरिक्त रकम अदा करनी होती है।
महिलाओं को किराए पर लेने के कारण
पुरुष विभिन्न कारणों से महिलाओं को किराए पर लेते हैं, जैसे:
– मां की सेवा : कुछ पुरुष मां की देखभाल के लिए महिला को किराए पर लेते हैं।
– शादी का नाटक : कुछ लोग समाज के सामने शादी का नाटक करने के लिए महिला को किराए पर ले जाते हैं।
– अन्य व्यक्तिगत कारण : किसी की शादी नहीं हुई हो, तो वह महिला के साथ समय बिता सकता है।
एग्रीमेंट तोड़ने का अधिकार
महिलाओं को एग्रीमेंट तोड़ने का पूरा अधिकार होता है। यदि कोई महिला रिश्ते में खुश नहीं है, तो वह एग्रीमेंट को बीच में ही तोड़ सकती है। इसके लिए उसे स्टांप पेपर पर एक शपथपत्र देना होता है और तय राशि को पुरुष को लौटानी होती है।
इस प्रकार की प्रथाओं पर समाज में बहस चलती रहती है और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन न हो।