AIN NEWS 1: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में हाल ही में एक बड़ी घटना घटी जब 20 करोड़ रुपये की लागत से बना हाजी शहजाद अली का महल बुलडोजर से ढहा दिया गया। यह महल हाजी शहजाद की दबंगई और रौब का प्रतीक था। वह इलाके में पंचायतें आयोजित करता था और आसपास के लोगों पर अपने प्रभाव का जोर डालता था। उसकी इस दबंगई का अंत अब हो चुका है, और महल के साथ ही उसकी अकड़ भी धराशायी हो गई है।
हाजी शहजाद अली का दबदबा
हाजी शहजाद अली छतरपुर के मुस्लिम बहुल इलाके में एक प्रभावशाली शख्सियत के रूप में जाना जाता था। वह स्थानीय पंचायतों का संचालन करता था और लोगों को धमकाकर अपने पक्ष में निर्णय कराता था। इसके अलावा, उसने पुलिस-प्रशासन पर भी दबाव बनाना शुरू कर दिया था। हाजी की दबंगई का आलम यह था कि लोग उसकी मर्जी के बिना पुलिस तक शिकायत लेकर नहीं जा सकते थे।
महल और गाड़ियों की तबाही
हाजी शहजाद अली का महल एक भव्य तीन मंजिला इमारत थी, जिसकी लागत 20 करोड़ रुपये बताई जा रही थी। इसके अलावा, उसके पास फॉर्च्यूनर, सफारी और स्कॉर्पियो जैसी महंगी गाड़ियां भी थीं। इन गाड़ियों को भी बुलडोजर ने चकनाचूर कर दिया। हाजी शहजाद अली ने इन गाड़ियों से इलाके में अपना रौब झाड़ा था। अब उसके महल और गाड़ियों के टूटने से उसकी ताकत भी समाप्त हो गई है।
पुलिस पर पत्थरबाजी और भूमाफिया का इंकलाब
हाजी शहजाद अली के खिलाफ पुलिस पर पत्थर फेंकने का आरोप है। उसके खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। हाजी का नाम भूमाफिया के रूप में भी लिया जाता है। उसने कई लोगों की जमीन पर अवैध कब्जा किया था और विरोध करने वालों को धमकाता था। हाजी अली का परिवार रेत, टायर, और ऑयल के कारोबार में भी शामिल था और इसके चलते उसने इलाके में अपनी धाक जमाई हुई थी।
पॉलिटिक्स का कनेक्शन
हाजी शहजाद अली का दबदबा राजनीति से भी जुड़ा हुआ था। उसके बड़े भाई आजाद अली कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे और पूर्व में छतरपुर के जिला उपाध्यक्ष रह चुके थे। जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी (2018-2020), हाजी की स्थिति और ताकत में काफी वृद्धि हुई। उसने कांग्रेस के पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना राजा के साथ संबंध बढ़ाए और इसके बाद उसकी प्रभावशाली स्थिति को और बल मिला। इसी दौरान उसने महल का निर्माण शुरू किया था।
वर्तमान स्थिति और पुलिस की कार्रवाई
फिलहाल, हाजी शहजाद अली और उसके परिवार के सदस्य फरार हैं। पुलिस ने हाजी और उसके परिवार के खिलाफ पत्थरबाजी का मामला दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश कर रही है। हाजी की दबंगई और उसकी संपत्तियों के खिलाफ की गई कार्रवाई ने उसकी अकड़ को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। अब, उसकी गिरावट की कहानी इलाके में एक चेतावनी के रूप में प्रस्तुत की जा रही है कि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों और दबंगई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।