AIN NEWS 1 | कोरोना के बाद से देश के रियल रियल एस्टेट सेक्टर ने जोरदार फर्राटा लगाया है. इसकी रफ्तार के आगे निवेश के तमाम विकल्प पीछे छूटते नजर आ रहे हैं. हालांकि इस दौरान शेयर बाजार से लेकर गोल्ड तक तमाम विकल्पों ने निवेशकों को अच्छा खासा रिटर्न दिया है. लेकिन जो रफ्तार प्रॉपर्टी मार्केट की रही है वैसी शायद ही किसी दूसरे निवेश विकल्प में देखने को मिली है. ग्लोबल कंसलटिंग फर्म सैविल्स इंडिया के एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते 1 साल के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रॉपर्टी की कीमतों ने ऊंची छलांग लगाई है. इसमें कहा गया है कि अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी के मामले में न्यू गुरुग्राम 53 फ़ीसदी के साथ पहले स्थान पर पहुंच गया है. वहीं द्वारका एक्सप्रेसवे में घरों की कीमतें 34 फीसदी और सेकंड होम के तौर पर लोकप्रिय डेस्टिनेशन नॉर्थ गोवा में अंडर कंस्ट्रक्शन विलाज़ की कीमतें 28 फ़ीसदी बढी हैं. गोवा में दाम बढ़ने की वजह रिमोट वर्किंग की छूट और ज्यादा किराया मिलना है.
गुरुग्राम-नोए़डा में सबसे तेज बढ़ोतरी
अगर गुरुग्राम में रेडी टू मूव और अंडर कंस्ट्रक्शन घरों में प्रॉपर्टी की कीमतों में आए उछाल को देखें तो यहां पर रेडी टू मूव घरों के दाम 37 फीसदी बढ़े हैं जबकि अंडरकंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी 30 परसेंट महंगी हुई है. वहीं प्लॉट्स के दाम 26 फ़ीसदी बढ़े हैं. सबसे ज्यादा 43 फीसदी इजाफा द्वारका एक्सप्रेसवे पर हुआ है. NCR के दूसरे दूसरे बड़े शहर नोएडा में प्रॉपर्टी की कीमतों में 1 साल के दौरान आए बदलाव को समझे तो यहां पर रेडी टू मूव घरों के दाम 30 फीसदी और अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी के दाम 29 परसेंट बढ़े हैं. नोएडा सेक्टर 150 में 1 साल के दौरान घरों के दाम 43 परसेंट बढ़ गए हैं. जानकारों के मुताबिक जिस तरह से नोएडा में नई सप्लाई नहीं आ पा रही है तो उसे देखते हुए यहां पर घरों के दाम आगे भी बढ़ने के आसार हैं.
दिल्ली में कितने बढ़े घरों के दाम?
प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी के मामले में अगर देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां पर लग्जरी फ्लोर्स की वैल्यू 16 फ़ीसदी बढ़ गई है. साउथ ईस्ट दिल्ली में घरों के दाम 27 फ़ीसदी और साउथ वेस्ट दिल्ली में 21 फ़ीसदी बढ़े हैं. दिल्ली में नई सप्लाई के नाम पर तो ज्यादा कुछ नहीं आता है. ऐसे में यहां पर प्लॉट्स और फ्लोर्स ही रेजिडेंशियल रियल एस्टेट के मुख्य आधार हैं. सैविल्स इंडिया के मुताबिक दिल्ली में रेजिडेंशियल प्लॉट्स के दाम 25 फीसदी बढ़े हैं. साउथ सेंट्रल और साउथवेस्ट में 29 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
मुंबई-बेंगलुरु में धीमी बढ़ोतरी
अगर बाकी रियल एस्टेट मार्केट्स का हाल देखें तो देश की कमर्शियल कैपिटल मुंबई में रेडी टू मूव घरों के दाम 1 से 7 फ़ीसदी और अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी 1 से 21 फीसदी तक महंगी हुई है जबकि बेंगलुरु में रेडी टू मूव घरों के दाम 3.2 फीसदी से साढ़े 7 परसेंट और अंडर कंस्ट्रक्शन घर 5.2 से लेकर साढ़े 11 परसेंट तक महंगे हो गए हैं. यानी प्रॉपर्टी के दाम में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दिल्ली-NCR में ही देखने को मिल रही है.