Traffic Alert for Meerut to Ghaziabad and Delhi: One Lane Reserved for Kanwar Yatra, Expect Delays
AIN NEWS 1: सावन महीने की शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा 2025 का सिलसिला भी शुरू हो गया है। हर साल की तरह इस बार भी हजारों की संख्या में शिवभक्त हरिद्वार से गंगाजल लेकर पैदल अपने-अपने शहरों की ओर लौट रहे हैं। इनके मार्ग में सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण रूट है मेरठ से गाजियाबाद और दिल्ली की ओर जाने वाला हाईवे, यानी NH-34।
ट्रैफिक प्लान में बड़ा बदलाव
गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस ने कांवड़ यात्रा को सुचारू रूप से चलाने और कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू किया है।
इस योजना के अनुसार, 14 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक, मेरठ से गाजियाबाद और दिल्ली की ओर आने वाली एक पूरी लेन केवल कांवड़ियों के लिए आरक्षित कर दी गई है। इस लेन से अब किसी भी प्रकार का वाहन नहीं गुजर सकेगा।
दोनों दिशाओं का ट्रैफिक एक ही लेन में
अब गाजियाबाद से मेरठ की ओर जाने वाली लेन में ही दोनों दिशाओं का ट्रैफिक संचालित होगा। यानी आने और जाने वाले सभी वाहन अब उसी एक लेन में चलेंगे, जो कि जाम और ट्रैफिक की भीड़ का कारण बन सकता है।
अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
इस विशेष ट्रैफिक प्लान को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए गाजियाबाद ट्रैफिक विभाग ने अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती की है। खासतौर से मोदीनगर थाना क्षेत्र के कादराबाद बॉर्डर से लेकर नंदग्राम थाना क्षेत्र के मेरठ तिराहा तक यह योजना लागू की गई है।
आम जनता के लिए चेतावनी
ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि यदि आप मेरठ से गाजियाबाद या दिल्ली की ओर किसी जरूरी काम के लिए जा रहे हैं, तो घर से थोड़ा समय पहले निकलें, ताकि आप ट्रैफिक जाम में न फंसें।
पुलिस ने यह भी अपील की है कि लोग प्रशासन द्वारा बनाए गए डायवर्जन प्लान का पालन करें, जिससे कांवड़ यात्रा शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके।
किन लोगों को होगा ज्यादा असर
ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों को ट्रैफिक की वजह से काफी परेशानी हो सकती है।
स्कूल व कॉलेज जाने वाले बच्चों को भी देर हो सकती है, इसलिए अभिभावक सतर्क रहें।
एम्बुलेंस और अन्य जरूरी सेवाएं भी धीमी पड़ सकती हैं, ऐसे में वैकल्पिक मार्ग का उपयोग बेहतर रहेगा।
यह डायवर्जन क्यों जरूरी है?
कांवड़ यात्रा में शिवभक्त बड़े जोश और श्रद्धा से भाग लेते हैं। उनकी सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। कई बार देखा गया है कि तेज रफ्तार गाड़ियां कांवड़ियों को खतरे में डाल देती हैं। इसलिए एक लेन को पूरी तरह कांवड़ियों के लिए आरक्षित करना बेहद जरूरी समझा गया।
वैकल्पिक रास्तों की जानकारी
अगर आप इस दौरान ट्रैवल कर रहे हैं, तो निम्नलिखित वैकल्पिक रूट पर विचार कर सकते हैं:
1. मेरठ से हापुड़ होकर गाजियाबाद पहुंचा जा सकता है।
2. बुलंदशहर रूट से दिल्ली जाने का विकल्प भी खुला रहेगा।
3. शामली या बागपत से भी वैकल्पिक मार्ग अपनाए जा सकते हैं।
यात्रा में संयम और सहयोग की जरूरत
ट्रैफिक पुलिस ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे कांवड़ियों की भावना और आस्था का सम्मान करें और डायवर्जन नियमों का पालन करें। इससे सभी को सुरक्षित और शांतिपूर्ण यात्रा का अनुभव मिलेगा।
कांवड़ यात्रा एक धार्मिक उत्सव है जिसमें बड़ी संख्या में लोग भाग लेते हैं। ऐसे आयोजनों में ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होता है। इसीलिए प्रशासन ने मेरठ से गाजियाबाद और दिल्ली की ओर जाने वाली सड़क पर एक विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया है। यह जरूरी है कि आम लोग भी प्रशासन का सहयोग करें और अपने प्लानिंग में थोड़ा बदलाव कर ट्रैफिक से बचें।
अगर आप इस समय गाजियाबाद या दिल्ली की यात्रा पर हैं तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। थोड़ा पहले निकलें, ट्रैफिक पुलिस के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा का आनंद लें।
Due to the ongoing Kanwar Yatra 2025, the Meerut to Ghaziabad and Delhi traffic has been altered significantly. The NH-34 will now operate on a single lane for general vehicles, while one entire lane has been reserved for Kanwariyas. This major traffic diversion is expected to cause delays, so daily commuters and office-goers are advised to leave early and strictly follow the Ghaziabad traffic plan to avoid long traffic jams. These updates are crucial for anyone using the UP-Delhi highway during the yatra season.