AIN NEWS 1 नई दिल्ली : जान लें अगर आप हमेशा ही ट्रेन की टिकट बुक करते हैं, तो इस बात को आप ने जरूर नोटिस किया होगा कि त्योहार के समय इसकी मांग काफ़ी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में अंतिम समय में आपके द्वारा किसी तरह की योजना बनाए जाने पर कन्फर्म टिकट का मिलना काफ़ी ज्यादा मुश्किल हो जाता है और आपके हाथ ऐसे में लगता है वेटिंग टिकट पर क्या आप यह भी जानते हैं कि किसी ट्रेन टिकट को बुक करने में सिर्फ इन दो टिकटों के अलावा भी कई अलग-अलग तरह के कई और भी टिकट्स होते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि भारतीय रेलवे में कितने तरह के वेटिंग टिकट्स और होते हैं और क्या इनको लेकर आराम से यात्रा की जा सकती है?
जाने सीट बुक हो जाने के बाद भी क्यों दी जाती है यह टिकट
बहुत बार ऐसा होता है कि कन्फर्म टिकट वाला यात्री अपने टिकट को रद्द कर देता है। तो ऐसे में वेटिंग लिस्ट में पहले स्थान पर रहने वाले व्यक्ति की ही टिकट को उस समय कन्फर्म किया जाता है। और यात्रा तिथि तक ऐसा बहुत-से यात्रियों के द्वारा किया भी जाता है, जिस वजह से वेटिंग लिस्ट में रहने वाले लोगों के टिकट को अंतिम समय तक में भी कन्फर्म कर दिया जाता है। इस वजह से ही वेटिंग टिकट जारी की जाती है।
जाने कितने तरह की होती हैं ये वेटिंग टिकट
किसी भी ट्रेन में कुल 5 तरह की वेटिंग टिकट ही जारी की जाती है।
जान ले क्या होते हैं Waiting Tickets?
जब किसी भी ट्रेन की सीटें पूरी तरह से बुक हो जाती है तब इसके बाद ये वेटिंग टिकट जारी की जाती है। इसकी पहचान आपकों टिकट संख्या के बाद WL का लिखे होने से ही होती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी भी व्यक्ति के टिकट में WL20 लिखा हुआ है तो इसका पूरा मतलब है कि उसका वेटिंग लिस्ट में 20वां स्थान मिला हुआ है।
RAC- यह टिकट दूसरी श्रेणी की आरएसी कोड दिया जाता है। इस RAC का मतलब होता है, रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन (Reservation Against Cancelation)। इसमें दो पैसेंजर को ट्रेन की एक ही बर्थ पर यात्रा करने की अनुमति दे दी जाती है और इस टिकट के कंफर्म होने की संभावना काफी ज्यादा होती है।
WL- रेलवे टिकट बुक करते समय यह सबसे ही आम श्रेणी की टिकट होती है, जिसमें वेटिंग लिस्ट (WL) कोड लिखा हुआ आता है। इसमें भी काफ़ी हद तक इस टिकट के कन्फर्म होने की संभवना रहती है।
RLWL- रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट (Remote Location Waiting List) छोटे स्टेशनों के बर्थ का भी कोटा होता है,जिसमें वेटिंग लिस्ट किसी ट्रेन की यात्रा के दौरान आने वाले बीच के स्टेशनों के लिए ही जारी किया जाता है। इसमें उक्त स्टेशनों के बीच कंफर्म टिकटों के कैंसिल होने पर ही इसे कंफर्म किया जाता है।
PQWL- इस तरह का टिकट पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट (Pooled Quota Waiting List) होता है, जो बीच में छोटे स्टेशनों से वेटिंग टिकट लेने पर ही मिलता है। इस वेटिंग टिकट के कन्फर्म होने का चांस वैसे काफी कम रहता है।
TQWL- जब आप तत्काल टिकट को बुक कराते हैं और आपको कंफर्म टिकट नहीं मिलता है, तो रेलवे कोटा वेटिंग लिस्ट (Tatkal Quota Waiting List) एक वेटिंग टिकट को जारी करता है। इसके भी कंफर्म होने के चांस बहुत ही कम होते हैं क्योंकि इसके लिए रेलवे के पास कोई अलग से कोटा नहीं होता है।
अब जाने क्या आप वेटिंग टिकट के साथ ट्रेन में यात्रा कर सकते है?
किसी भी ट्रेन में यात्रा करने के लिए आपके पास कन्फर्म टिकट का होना जरूरी है। इसके अलावा, अगर आपके पास RAC टिकट हो तो उसके जरिए भी ट्रेन के बर्थ शेयर करके आपकों यात्रा करने की अनुमति है। इन दोनों टिकटों के अलावा किसी और तरह की टिकट से साथ आप ट्रेन में यात्रा बिलकुल नहीं कर सकते है।