AIN NEWS 1 | अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर जोर देकर कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को रोका। व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में उन्होंने “Right About Everything” लिखा लाल टोपी पहनकर मीडिया से बात की। ट्रंप ने बताया कि उस समय हालात बेहद खतरनाक थे और दोनों देश बड़े पैमाने पर परमाणु संघर्ष की ओर बढ़ रहे थे। लेकिन उनकी दखलअंदाजी ने स्थिति को काबू में कर लिया।
ट्रंप का यह दावा अब कई बार मीडिया और सोशल मीडिया पर दोहराया जा चुका है। उन्होंने कहा कि उनकी बातचीत और मध्यस्थता ने दोनों देशों के बीच तनाव कम किया और युद्ध को टालने में मदद की।
भारत का स्पष्ट खारिज
भारत ने ट्रंप के इस दावे को बार-बार खारिज किया है। नई दिल्ली का कहना है कि भारत-पाक संघर्षविराम का निर्णय किसी विदेशी नेता की मध्यस्थता से नहीं हुआ, बल्कि यह दोनों देशों की सेनाओं के DGMO (Director General of Military Operations) के बीच सीधे बातचीत से तय हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर को रोकने का निर्णय पूरी तरह भारत का था। भारत ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने भारी नुकसान उठाने के बाद ही संघर्षविराम पर सहमति दी।
ट्रंप के बार-बार दोहराए गए दावे
ट्रंप ने पहली बार 10 मई को सोशल मीडिया पर लिखा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच “पूरी और तत्काल” संघर्षविराम करवाया। इसके लिए उन्होंने एक लंबी रात तक बातचीत की। इसके बाद से अब तक ट्रंप कम से कम 40 बार इस दावे को सार्वजनिक रूप से दोहरा चुके हैं।
उनका कहना है कि उनकी दखल ने परमाणु युद्ध के खतरे को टालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि भारत और पाकिस्तान दोनों ने इस दावे को खारिज किया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप की राय
ट्रंप ने भारत-पाक मामले के अलावा यूक्रेन युद्ध पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगले दो हफ्तों में वे इस युद्ध को लेकर एक बड़ा और अहम निर्णय लेने वाले हैं। उनके अनुसार यह कदम रूस पर प्रतिबंध लगाने या बड़े टैरिफ लगाने जैसा हो सकता है। ट्रंप ने यह भी कहा कि संभव है अमेरिका पूरी तरह से इस युद्ध से दूरी बना ले और इसे केवल यूक्रेन का संघर्ष घोषित कर दे।
ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच आमने-सामने की बैठक कराने की आवश्यकता भी जताई। उन्होंने कहा, “टैंगो डांस के लिए दो लोग चाहिए, अगर दोनों नहीं मिलते तो मेरी कोशिश का क्या मतलब?” इसका उद्देश्य युद्ध को शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त करना है।
ट्रंप ने बताया अपनी युद्ध रोकने की भूमिका
ट्रंप ने दावा किया कि अब तक उन्होंने सात युद्धों को समाप्त किया है और तीन ऐसे युद्धों को रोकने में मदद की है जो शुरू होने वाले थे। कुल मिलाकर उन्होंने दस युद्धों को सुलझाने में भूमिका निभाई। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये युद्ध कौन से थे।
ट्रंप के अनुसार, उनकी यह भूमिका अमेरिका की वैश्विक नीति और अंतरराष्ट्रीय शांति सुनिश्चित करने में अहम है।
ट्रंप का यह बयान भारत-पाकिस्तान संबंध और यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में विवादित है। जबकि भारत ने उनके दावे को खारिज किया है, ट्रंप ने इसे बार-बार दोहराया। इसके अलावा, उनका जोर रूस-यूक्रेन वार्ता और शांति स्थापना पर भी रहा।
यह घटना यह दर्शाती है कि पूर्व अमेरिकी नेताओं की टिप्पणियाँ वैश्विक राजनीति में कितना प्रभाव डाल सकती हैं और किस तरह मीडिया और सोशल मीडिया इसे तेजी से फैलाते हैं।