UGC NET Paper Leak मामले में CBI ने अपनी जांच पूरी कर ली है और अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दायर कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, पेपर लीक का कोई ठोस सबूत नहीं मिला और टेलीग्राम व डार्क नेट पर वायरल हुआ प्रश्नपत्र एडिटेड था।
🔍 CBI की जांच में क्या निकला?
✅ पेपर लीक का कोई प्रमाण नहीं मिला।
✅ एक छात्र ने पैसे कमाने के लिए एडिट किया था स्क्रीनशॉट।
✅ तारीख और समय के साथ छेड़छाड़ कर गलत जानकारी फैलाई गई।
✅ शिक्षा मंत्रालय को भी रिपोर्ट सौंप दी गई।
📌 कोर्ट तय करेगा अगला कदम
अब अदालत यह तय करेगी कि CBI की क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए या आगे की जांच हो। शिक्षा मंत्रालय ने भी यह रिपोर्ट प्राप्त कर ली है, और परीक्षा से जुड़े अन्य पहलुओं की समीक्षा की जा रही है।
📜 क्यों रद्द हुई थी परीक्षा?
🔹 18 जून 2024 की UGC NET परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित रूप से डार्क नेट और टेलीग्राम पर वायरल हो गया था।
🔹 राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई ने शिक्षा मंत्रालय को इस बारे में अलर्ट किया था।
🔹 इसके बाद, सरकार ने परीक्षा 19 जून को रद्द कर दी थी।
🎓 UGC NET परीक्षा का महत्व
UGC NET परीक्षा के जरिए उम्मीदवारों को जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF), सहायक प्रोफेसर पद और पीएचडी प्रवेश के लिए योग्य घोषित किया जाता है। इस साल 11 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था।
⚡ निष्कर्ष
✅ CBI की जांच में UGC NET पेपर लीक का कोई प्रमाण नहीं मिला।
✅ पेपर लीक का दावा फर्जी निकला, एडिटेड स्क्रीनशॉट था वायरल।
✅ कोर्ट तय करेगी कि केस बंद किया जाए या आगे जांच हो।
✅ भविष्य में पेपर लीक जैसी अफवाहों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
अब सभी की नजरें अदालत के फैसले पर टिकी हैं! 📜⚖️