AIN NEWS 1 अजमेर, राजस्थान: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान पर अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख सैयद जैनुल अबेदीन अली खान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत का बयान सही है और इस पर ध्यान देना चाहिए।
सैयद जैनुल अबेदीन अली खान ने मोहन भागवत के बयान को साकारात्मक बताते हुए कहा, “RSS प्रमुख का बयान सही है। 2022 में भी उन्होंने यह कहा था कि हमें हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग नहीं ढूंढना चाहिए। यह एक महत्वपूर्ण बात है और हमें इसे अपनाना चाहिए। अगर हम इस सोच को अपनाते हैं, तो न केवल हम एकजुट हो सकते हैं, बल्कि देश का भी विकास होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि देश की एकता और विकास के लिए ऐसी सोच की जरूरत है, जो हर समुदाय और धर्म के बीच सौहार्द और सम्मान को बढ़ावा दे। सैयद जैनुल अबेदीन अली खान का मानना है कि इस तरह की सोच से समाज में समरसता आएगी और देश को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि समाज के सभी वर्गों को अपने आपसी मतभेदों को खत्म करने के लिए एकजुट होना चाहिए। दरगाह के प्रमुख ने यह बयान ऐसे समय में दिया है, जब देश में विभिन्न धार्मिक मुद्दों को लेकर चर्चाएं हो रही हैं।
अली खान का मानना है कि धार्मिक उन्नति और राष्ट्रीय एकता के लिए इस तरह के विचारों का समर्थन करना आवश्यक है। उनका कहना है कि इस तरह के बयान समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं और लोगों को आपसी भेदभाव से ऊपर उठने की प्रेरणा दे सकते हैं।
अजमेर दरगाह के उलेमा ने मोहन भागवत के बयान को न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने यह भी कहा कि जब देश के विभिन्न समुदाय एक साथ मिलकर काम करेंगे, तो भारत पूरी दुनिया में एक मिसाल कायम कर सकता है।
सैयद जैनुल अबेदीन अली खान के इस बयान ने धार्मिक और सामाजिक क्षेत्रों में सकारात्मक चर्चा शुरू कर दी है। उनकी इस सोच को देश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
अजमेर दरगाह के प्रमुख का यह बयान एकता और समरसता की ओर एक बड़ा कदम है। यदि समाज के सभी वर्ग मोहन भागवत के विचारों को अपनाएं, तो देश की दिशा में यह एक सकारात्मक बदलाव साबित हो सकता है।