AIN NEWS 1 हैदराबाद: केंद्रीय मंत्री बंडी संजय कुमार ने हाल ही में टेलेगना के युवाओं की चिंता पर प्रकाश डाला है, जो आगामी परीक्षाओं के कारण तनाव में हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह से युवा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्हें परीक्षा देने की स्थिति में नहीं समझा जा रहा है।
युवाओं की मांगें
बंडी संजय कुमार ने बताया कि युवा तैयारियों के बावजूद मानसिक दबाव के कारण परीक्षा नहीं लिख पा रहे हैं। उनकी मुख्य मांग है कि परीक्षा को फिर से निर्धारित किया जाए और सरकारी आदेश संख्या 29 (GO 29) को वापस लिया जाए। यह आदेश उनकी परीक्षा के लिए बाधा बन रहा है।
सरकार की प्रतिक्रिया
मंत्री ने आरोप लगाया कि सरकार इस मुद्दे पर अडिग है और युवाओं की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा, “सरकार को अपनी जिद छोड़नी चाहिए और युवाओं की चिंताओं का सम्मान करना चाहिए।” बंडी संजय ने यह भी बताया कि युवाओं ने सचिवालय जाने का नारा दिया है, लेकिन उनकी बात सुनने के लिए तैयार नहीं हैं।
समाज में बढ़ता तनाव
युवाओं की इस स्थिति ने समाज में एक बड़ा तनाव पैदा कर दिया है। कई छात्रों ने अपनी परीक्षा की तैयारी की है, लेकिन अब वे मानसिक दबाव के चलते उस पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे हैं। यह स्थिति केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामूहिक रूप से उनकी भविष्य की संभावनाओं पर भी असर डाल रही है।
केंद्रीय मंत्री की अपील
बंडी संजय कुमार ने कहा कि वह छात्रों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि वह इस मामले में जल्दी निर्णय ले और छात्रों की भलाई के लिए कदम उठाए।
उम्मीद की किरण
केंद्रीय मंत्री का कहना है कि यदि सरकार समय रहते उचित कदम उठाती है, तो युवा न केवल शांत होंगे, बल्कि अपनी भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने में सक्षम होंगे।
निष्कर्ष
इस घटनाक्रम ने टेलेगना के युवाओं में सरकार के प्रति निराशा और अविश्वास को बढ़ा दिया है। अब देखना यह है कि क्या सरकार उनकी मांगों पर विचार करेगी या यह तनाव और बढ़ेगा।
इस प्रकार, टेलेगना में युवा एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं, और उनकी आवाज सुनना जरूरी है ताकि भविष्य की पीढ़ी को सही दिशा में आगे बढ़ाया जा सके।