AIN NEWS 1 : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हाल ही में “एक राष्ट्र, एक चुनाव” के लिए कैबिनेट द्वारा दी गई मंजूरी पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा इस विचार के पक्षधर रहे हैं। इस विषय पर चर्चा विभिन्न राजनीतिक नेताओं, राजनीतिक पार्टियों, चैंबर ऑफ कॉमर्स और सभी पूर्व मुख्य न्यायाधीशों के साथ की गई थी।
एक राष्ट्र, एक चुनाव की आवश्यकता
गिरिराज सिंह ने बताया कि “एक राष्ट्र, एक चुनाव” का उद्देश्य देश के विकास और कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। उनका कहना है कि इस प्रणाली से चुनावी प्रक्रिया में सुधार होगा और देश की राजनीतिक स्थिरता बढ़ेगी।
#WATCH | On Cabinet nod to One Nation, One Election', Union Minister Giriraj Singh says, "PM Narendra Modi was always in favour of one nation one election. Discussions were held with all previous Chief Justices, political leaders, political parties, chamber of commerce, and today… pic.twitter.com/HbMjw3K9bh
— ANI (@ANI) September 18, 2024
पूर्व में हुई चर्चाएँ
उन्होंने यह भी बताया कि इस मुद्दे पर कई बार विचार-विमर्श किया गया है और अब अंततः कैबिनेट ने इसकी सिफारिशों को मंजूरी दे दी है। सिंह ने यह सवाल उठाया कि कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को यह बताना चाहिए कि क्या “एक राष्ट्र, एक चुनाव” 1966 से पहले लागू था।
राजनीतिक स्थिरता और विकास
गिरिराज सिंह ने जोर देकर कहा कि इस प्रणाली को लागू करने से राजनीतिक स्थिरता मिलेगी, जिससे विकास की रफ्तार तेज होगी। उनका मानना है कि देश को एक सशक्त और संगठित राजनीतिक ढांचे की आवश्यकता है, ताकि विकास की योजनाएँ प्रभावी रूप से लागू की जा सकें।
अंत में
गिरिराज सिंह के अनुसार, “एक राष्ट्र, एक चुनाव” का मॉडल न केवल चुनावी प्रक्रिया को सरल बनाएगा, बल्कि यह देश की एकता और अखंडता को भी बढ़ावा देगा। अब देखना है कि इस प्रस्ताव पर आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और राजनीतिक दल इस पर किस तरह प्रतिक्रिया करते हैं।
इस पहल को लेकर देशभर में चर्चाएँ जारी हैं, और सभी की नजरें आगामी घटनाक्रम पर टिकी हुई हैं।