नई दिल्ली: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में केंद्रीय राज्यमंत्री बने सुरेश गोपी ने कैबिनेट छोड़ने की इच्छा जताई है। शपथ ग्रहण समारोह के बाद गोपी ने एक मलयालम टीवी चैनल से बातचीत में कहा, “मैं एक सांसद के रूप में काम करना चाहता हूं। मैं कैबिनेट का हिस्सा बनना नहीं चाहता था। मैंने पार्टी को बता दिया था कि मुझे इसमें (मंत्री पद) कोई दिलचस्पी नहीं है। लगता है कि मैं जल्द ही मुक्त हो जाऊंगा।”
फिल्मों में काम करना चाहते हैं गोपी
सुरेश गोपी ने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद ही स्पष्ट किया था कि वे फिल्म इंडस्ट्री नहीं छोड़ेंगे क्योंकि एक्टिंग उनका जुनून है। उनके पास पहले से ही कुछ फिल्म प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं। गोपी केरल से भाजपा के पहले सांसद हैं, जिन्होंने त्रिशूर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर CPI के सुनील कुमार को करीब 75 हजार वोटों से हराया।
मोदी कैबिनेट में केरल से दो मंत्री
लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार के दौरान सुरेश गोपी का मुख्य चुनावी मुद्दा था कि त्रिशूर के लिए एक केंद्रीय मंत्री, मोदी की गारंटी। गोपी के अलावा, जॉर्ज कुरियन को भी राज्य मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी की शादी में मौजूदगी
सुरेश गोपी की बेटी भाग्या सुरेश की शादी 17 जनवरी को बिजनेसमैन श्रेयस मोहन से हुई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे। PM मोदी ने केरल की पारंपरिक पोशाक पहनकर इस शादी में करीब 25 मिनट बिताए थे।
चुनावी सफर और संपत्ति
सुरेश गोपी ने 2019 लोकसभा और 2021 विधानसभा चुनाव हारे थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की। गोपी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सुनील कुमार को हराया। गोपी के पास 12 करोड़ रुपए की संपत्ति है, जिसमें आठ गाड़ियां और 1025 ग्राम सोना शामिल है।
फिल्मी करियर और विवाद
सुरेश गोपी ने 1965 में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट करियर की शुरुआत की थी और तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी की लगभग 250 फिल्मों में काम किया है। 1998 में उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड और केरल राज्य अवॉर्ड मिला था। वे BJP के राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। हालांकि, वे विवादों से भी जुड़े रहे हैं, जैसे कि महिला पत्रकार से दुर्व्यवहार करने के मामले में।