लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार (22 नवंबर, 2024) को लोकभवन में कैबिनेट बैठक आयोजित की गई। इसमें कुल 24 प्रस्तावों में से 23 को मंजूरी दी गई। बैठक में महाकुंभ 2025, सौर ऊर्जा परियोजनाएं, शहरी विकास, और आवासीय योजनाओं से जुड़े अहम फैसले लिए गए।
महाकुंभ 2025 के लिए बड़े फैसले
कैबिनेट ने महाकुंभ के प्रचार-प्रसार के लिए देश और विदेश में रोड शो आयोजित करने की मंजूरी दी।
- देश में रोड शो: दिल्ली, गोवा, भोपाल, इंदौर, देहरादून, भुवनेश्वर, पटना, चंडीगढ़, मुंबई, त्रिवेंद्रम, गुवाहाटी और पुणे में आयोजित होंगे।
- विदेश में रोड शो: नेपाल, इंडोनेशिया, मॉरीशस और थाईलैंड में रोड शो किए जाएंगे।
- सुरक्षा और सुविधाएं: महाकुंभ मेले के लिए 27.48 करोड़ रुपये की लागत से 220 वाहन खरीदे जाएंगे, जिनमें 200 बोलेरो और 20 बसें शामिल हैं।
बुंदेलखंड में सौर ऊर्जा परियोजनाएं
बुंदेलखंड क्षेत्र में ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए चित्रकूट में 800 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित किया जाएगा।
- परियोजना की लागत: 620 करोड़ रुपये।
- फंडिंग: केंद्र सरकार 204.57 करोड़, जर्मन संस्था 291 करोड़, और राज्य सरकार 123.98 करोड़ का योगदान देगी।
- वर्तमान में बुंदेलखंड में 4000 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजनाओं पर काम जारी है।
शहरी विकास और आवास योजनाएं
- 80 गांवों को केडीए (कानपुर विकास प्राधिकरण) में शामिल कर शहरी क्षेत्र का विस्तार किया जाएगा।
- आवासीय योजनाएं: चंदसराय, कबीरपुर और ठिकारिया में 937 करोड़ रुपये की लागत से नई आवासीय योजनाओं को मंजूरी दी गई।
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा मेट्रो लाइन: 17.435 किलोमीटर लंबी मेट्रो परियोजना पर 2951.60 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में बड़े कदम
- प्रदेश के महाविद्यालयों में खाली पड़े 71 प्राचार्य पद भरे जाएंगे।
- 1136 सहायक प्राचार्य और 710 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद सृजित किए जाएंगे।
- बिजनौर में निजी विश्वविद्यालय खोलने को मंजूरी दी गई।
अन्य महत्वपूर्ण निर्णय
- गारंटी रिडेम्पशन फंड (CGF): 1.63 लाख करोड़ रुपये के लोन के लिए 8170 करोड़ रुपये का फंड स्थापित किया गया। यह फंड डिफॉल्ट की स्थिति में आर्थिक राहत देगा।
- नजूल भूमि प्रस्ताव: इस प्रस्ताव को फिलहाल स्थगित कर दिया गया।
कैबिनेट बैठक का महत्व
इस बैठक में लिए गए निर्णय प्रदेश के आर्थिक, शैक्षिक, और शहरी विकास के साथ-साथ महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने की दिशा में अहम साबित होंगे।