AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और अन्य प्रमुख नेताओं ने लखनऊ में आयोजित फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की स्क्रीनिंग में भाग लिया। यह फिल्म विशेष रूप से साबरमती नदी और उसके आसपास के विकास पर आधारित है। इस कार्यक्रम में राज्य सरकार के कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को लेकर राज्य सरकार का कहना है कि यह फिल्म राज्य के पर्यावरण और विकास के संबंध में जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि इस प्रकार की फिल्में न केवल हमें अपनी नदियों और पर्यावरण की रक्षा के प्रति जागरूक करती हैं, बल्कि यह राज्य के विकास कार्यों के महत्व को भी दर्शाती हैं।
इस फिल्म में साबरमती नदी के संरक्षण और नदी के आसपास के क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस दिशा में कई योजनाओं पर काम कर रही है, जो राज्य में पर्यावरणीय सुधार लाएगी।
स्क्रीनिंग के दौरान, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी अपने विचार साझा किए और कहा कि इस फिल्म से प्रदेशवासियों को अपनी नदियों और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म राज्य सरकार के प्रयासों को और अधिक प्रोत्साहित करेगी, जिनका उद्देश्य प्रदेश के पर्यावरण को संरक्षित रखना है।
इसके अलावा, फिल्म के निर्देशक और निर्माता ने भी कार्यक्रम में अपनी बात रखी और फिल्म के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि फिल्म को बनाने का उद्देश्य समाज में पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर संवाद उत्पन्न करना है।
इस कार्यक्रम में फिल्म के अभिनेता, निर्देशक, और लेखक भी मौजूद थे। स्क्रीनिंग के बाद, फिल्म के बारे में चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें फिल्म के विषय और संदेश पर गहन संवाद हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पहल को राज्य के विकास और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया। उन्होंने कहा कि सरकार इस प्रकार के सामाजिक मुद्दों पर फिल्म के माध्यम से जागरूकता फैलाने के प्रयासों को आगे बढ़ाएगी।
यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फिल्म और मीडिया के माध्यम से पर्यावरण और समाज से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर जन जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों का हिस्सा था।
मुख्यमंत्री ने फिल्म के माध्यम से जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण की समस्याओं पर चर्चा करने का महत्व बताया और इसे राज्य के विकास की दिशा में एक अहम कदम करार दिया।