AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज प्रांतीय पुलिस सेवा (PPS) के 91वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों से सरकारी आवास पर मुलाकात की। यह भेंट न केवल औपचारिक थी, बल्कि भावी पुलिस अधिकारियों को जनसेवा की भावना और उत्तरदायित्व का बोध कराने वाली भी रही।
मुख्यमंत्री ने इन नव प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि “आप सभी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के सबसे बड़े पुलिस बल का हिस्सा बनने जा रहे हैं।” उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि पुलिस सेवा केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने का कार्य नहीं है, बल्कि यह आम जनता की समस्याओं को सुनने, समझने और उनका संवेदनशील तरीके से समाधान निकालने की जिम्मेदारी भी है।
जनसेवा और संवाद पर विशेष बल
योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि आज की पुलिस को केवल कठोर अनुशासन और सख्ती के लिए नहीं जाना जाना चाहिए, बल्कि संवाद और विश्वास के माध्यम से जनता से जुड़ने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा,
“समाज में शांति, सुरक्षा और सुशासन कायम रखने के लिए जनभागीदारी आवश्यक है। जब तक जनता आप पर विश्वास नहीं करेगी, तब तक कानून व्यवस्था का संपूर्ण लाभ समाज को नहीं मिलेगा।”
इसलिए उन्होंने सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को सलाह दी कि वे जनता से संवाद कायम करें, उनकी समस्याओं को गंभीरता से लें और त्वरित समाधान के लिए कार्य करें।
सरकारी तंत्र का मजबूत स्तंभ
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पुलिस प्रशासन शासन व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी होता है। आम नागरिक की पहली अपेक्षा और पहली शिकायत पुलिस से ही जुड़ी होती है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों को चाहिए कि वे अपने कार्य व्यवहार में ईमानदारी, संवेदनशीलता और पारदर्शिता को प्राथमिकता दें।
सकारात्मक ऊर्जा और नैतिक मूल्यों की सीख
योगी आदित्यनाथ ने प्रशिक्षु अधिकारियों को यह भी याद दिलाया कि एक पुलिस अधिकारी केवल वर्दी नहीं पहनता, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी बनता है। उन्होंने कहा कि अपने कार्यों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करें, और अपने आचरण से यह सिद्ध करें कि पुलिस केवल डर की नहीं, बल्कि मदद की पहचान भी है।
प्रशिक्षण को जीवन मूल्यों से जोड़ने की सलाह
मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि उनका प्रशिक्षण केवल कानून और बल प्रयोग तक सीमित न रहे, बल्कि सांस्कृतिक मूल्यों, संवैधानिक कर्तव्यों और सामाजिक समझ से भी जुड़ा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य केवल पेशेवर दक्षता नहीं, बल्कि समाज के प्रति दायित्वबोध को भी विकसित करना है।
भविष्य के नेतृत्व की नींव
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में विश्वास जताया कि ये अधिकारी न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए उत्कृष्ट नेतृत्वकर्ता बनेंगे। उन्होंने कहा,
“आप सबका भविष्य उज्ज्वल है। आपकी सेवा भावना, निष्ठा और कर्तव्यबोध समाज को सुरक्षित, सशक्त और संगठित बनाएगा।”
उन्होंने सभी अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं और आशा जताई कि ये अधिकारी पुलिस बल की गरिमा को और ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath recently met with the 91st batch of PPS (Provincial Police Service) trainee officers at his official residence. In this important interaction, CM Yogi emphasized that as part of the world’s largest police force, these officers must focus on public service, effective communication with citizens, and resolving people’s problems with compassion. Highlighting the role of the Uttar Pradesh police in governance, CM Yogi urged officers to embody values of integrity, transparency, and proactive law enforcement.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह मुलाकात एक प्रेरणादायक पहल थी, जो न केवल अधिकारियों को दिशा देने वाली थी, बल्कि एक जन-हितैषी प्रशासनिक व्यवस्था के निर्माण की ओर भी एक कदम है। आशा है कि PPS के ये युवा अधिकारी उत्तर प्रदेश को और अधिक सुरक्षित, संवेदनशील और जवाबदेह राज्य बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।