UP Homeguard Arrested for Illegal Extortion in Uniform During Fake Vehicle Checks in Ghaziabad
गाजियाबाद: चेकिंग के बहाने वसूली कर रहे होमगार्ड और साथी गिरफ्तार, वीडियो वायरल
AIN NEWS 1: गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र में एक होमगार्ड और उसके साथी द्वारा चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें आरोपी को लोगों द्वारा पकड़कर पुलिस के हवाले करते हुए देखा जा सकता है।
यह घटना रविवार की है, जब एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ बाइक पर सवार होकर मेरठ जा रहा था। जैसे ही वह मुरादनगर गंग नहर के पास पहुंचा, तो कुछ लोग, जिनमें एक खाकी वर्दी में था, ने उसकी बाइक को रोक लिया और दस्तावेजों की जांच करने लगे। जांच के दौरान उन लोगों ने मामला रफा-दफा करने के नाम पर पैसे की मांग की।
बाइक सवार को इन लोगों की हरकतों पर शक हुआ और वह वहां से निकल गया। हालांकि, आरोपियों ने उसका पीछा किया और लगभग तीन किलोमीटर आगे जाकर उसे फिर से रोक लिया। इसी बीच वहां पर भीड़ इकट्ठा हो गई और बाइक सवार ने मौका देखकर वर्दीधारी और उसके एक साथी को पकड़ लिया। जबकि उनका तीसरा साथी वहां से भाग निकला।
पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान होमगार्ड मुकेश गिरी और उसके साथी कपिल त्यागी के रूप में हुई है। दोनों मुरादनगर के रहने वाले हैं। मुकेश गिरी वर्तमान में कविनगर थाने में होमगार्ड के पद पर तैनात है, जबकि कपिल त्यागी इलेक्ट्रिशियन का काम करता है। तीसरे साथी का नाम विशात है, जो अभी फरार है।
पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने शराब पी रखी थी। घटना की जानकारी पीड़ित कॉलर बाबू पुत्र अब्दुल वहीद, निवासी लिसाड़ी गेट, मेरठ ने यूपी 112 पर दी थी। सूचना मिलते ही यूपी 112 पीआरवी और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि इन लोगों ने गलत तरीके से बाइक को रोका और दस्तावेज चेक करने के बहाने पैसे की मांग की। सभी आरोपी नशे की हालत में थे, जिसका मेडिकल परीक्षण भी कराया गया, जिसमें अल्कोहल सेवन की पुष्टि हुई है।
एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ निवाड़ी थाने में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दो आरोपियों – मुकेश गिरी और कपिल त्यागी – को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरे आरोपी विशात की तलाश जारी है।
इस मामले ने पुलिस प्रशासन और होमगार्ड विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। वर्दी की आड़ में इस तरह की अवैध गतिविधियां न केवल आम जनता के भरोसे को तोड़ती हैं, बल्कि पुलिस की छवि को भी धूमिल करती हैं।
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह कोई संगठित गिरोह है जो लोगों को इसी तरह फंसाकर वसूली करता है, या फिर यह एक अलग-थलग घटना थी। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है और फरार आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है।
इस घटना के वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस की सक्रियता तेज हो गई है, और यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।
In a shocking incident from Ghaziabad, a UP Homeguard and his accomplice were caught red-handed extorting money from a biker under the pretext of vehicle checking. The viral video shows the accused impersonating police duties while being intoxicated. The incident took place in the Modinagar area, and both the arrested individuals—one a serving homeguard and the other an electrician—were charged under serious offenses. This Ghaziabad extortion case highlights rising concerns over fake police checking and impersonation in Uttar Pradesh, raising questions about public safety and police accountability.