Azam Khan’s Family Loses Faith in Samajwadi Party? Health Worsens in Sitapur Jail
क्या समाजवादी पार्टी से आजम खान का भरोसा टूट गया है? सीतापुर जेल में परिवार से मुलाकात के बाद बड़ा संकेत
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश की सियासत एक बार फिर समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान को लेकर चर्चा में है। पिछले 20 महीनों से सीतापुर जेल में बंद आजम खान से अब सिर्फ उनके परिवारजन ही मिलने आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी का कोई बड़ा नेता या प्रतिनिधि अब तक उनसे मिलने नहीं पहुंचा है, जिससे राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
परिवार की लगातार मुलाकातें
पिछले शनिवार को उनके बेटे और रामपुर के पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम सीतापुर जेल पहुंचे थे। इसके बाद गुरुवार को आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा, छोटे बेटे अदीब आजम, और सपा के स्थानीय नेता शावेज खान मुलाकात के लिए जेल पहुंचे। दो घंटे चली इस मुलाकात के बाद जब मीडिया ने तंजीम फातिमा से सवाल किए, तो उनके जवाब ने कई लोगों को चौंका दिया।
तंजीम फातिमा का बड़ा बयान
जब उनसे पूछा गया कि क्या समाजवादी पार्टी आजम खान की मदद कर रही है, तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “अब किसी पर भरोसा नहीं रहा, सिर्फ अल्लाह पर है।” यह बयान अपने आप में बहुत कुछ कह गया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह संकेत है कि आजम खान और उनका परिवार अब समाजवादी पार्टी से दूरी महसूस कर रहा है।
बिगड़ती तबीयत, बढ़ती चिंता
आजम खान से मिलकर लौटे अदीब आजम ने बताया कि उनके पिता की तबीयत बहुत खराब है, वे बेहद कमजोर हो चुके हैं और हमेशा एक ही बात कहते हैं, “जेल तो जेल है, वहां कौन ठीक रह सकता है।”
परिवारजनों का मानना है कि आजम खान को मेडिकल सुविधाओं की जरूरत है, लेकिन जेल में उचित इलाज नहीं हो पा रहा।
सपा नेताओं की चुप्पी
सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इतने महीनों में समाजवादी पार्टी का कोई बड़ा नेता न जेल मिलने गया, न ही सार्वजनिक समर्थन दिया। जबकि कभी आजम खान को पार्टी का मजबूत स्तंभ माना जाता था। इससे यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या पार्टी अब आजम खान को किनारे कर रही है?
हाईकोर्ट में अगली सुनवाई अहम
आजम खान की रिहाई को लेकर हाईकोर्ट में 3 जुलाई 2025 को सुनवाई होनी है। यह सुनवाई 2016 के चर्चित बलपूर्वक बेदखली मामले में निर्णायक मानी जा रही है। समर्थकों की निगाहें इसी तारीख पर टिकी हुई हैं, उन्हें उम्मीद है कि उनके नेता जल्द जेल से बाहर आएंगे।
अब जब आजम खान की सेहत गिरती जा रही है और उनका परिवार पार्टी से नाराज़गी जाहिर कर रहा है, तब ये सवाल अहम हो गया है कि क्या समाजवादी पार्टी अपने पुराने नेता से दूरी बना रही है? या यह सिर्फ एक कानूनी लड़ाई का दौर है जो जल्द खत्म होगा? जवाब शायद 3 जुलाई की सुनवाई के बाद साफ हो सकेगा।
Senior Samajwadi Party leader Azam Khan, currently in Sitapur Jail, is battling poor health, as confirmed by his wife Tanzeem Fatima and sons Abdullah and Adeeb Azam. Their recent statements have sparked political debate, especially over the Samajwadi Party’s silence and absence from jail visits. As UP politics heats up, speculations rise that the Azam Khan family may no longer trust the party that once stood firmly behind them.