UP Roads to be 5 Meters Wide: CM Yogi Adityanath’s Historic Decision
उत्तर प्रदेश में सड़कें अब होंगी 5 मीटर चौड़ी, सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा फैसला
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में सड़क विकास को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सड़कों की चौड़ाई 3.5 मीटर से बढ़ाकर 5 मीटर करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। इसका उद्देश्य सड़क परिवहन को सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक बनाना है। शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में अयोध्या एवं देवीपाटन मंडल के जनप्रतिनिधियों, लोक निर्माण विभाग (PWD), पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया।
यातायात होगा अधिक सुरक्षित और सुगम
सीएम योगी ने कहा, “हमारे राज्य की सड़कें विकास की रीढ़ हैं। सड़कों के चौड़े होने से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी आपात सेवाओं को भी समय पर पहुंचने में मदद मिलेगी। यह कदम लोगों की जान बचाने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों को भी गति देगा।”
लोक निर्माण विभाग (PWD) के प्रमुख सचिव ने बैठक के बाद मीडिया से कहा, “मुख्यमंत्री का यह निर्णय भविष्य के लिए निवेश जैसा है। चौड़ी सड़कें न केवल ट्रैफिक जाम को कम करेंगी बल्कि गांव और शहर के बीच कनेक्टिविटी को भी मजबूत बनाएंगी।”
जनप्रतिनिधियों की भागीदारी पर जोर
सीएम योगी ने अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि योजनाओं के निर्माण और समीक्षा के समय स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सलाह लेना अनिवार्य हो।
उन्होंने कहा, “हमारे जनप्रतिनिधि जनता की नब्ज को समझते हैं। अगर योजनाओं में उनका सुझाव शामिल किया जाए तो परिणाम और बेहतर मिलेंगे। योजनाएं सिर्फ फाइलों तक सीमित न रहें, बल्कि जमीन पर दिखें।”
अयोध्या के एक विधायक ने बैठक के दौरान कहा, “सड़क चौड़ीकरण का यह फैसला क्षेत्रीय विकास में मील का पत्थर साबित होगा। लोग लंबे समय से बेहतर सड़कों की मांग कर रहे थे, अब यह सपना पूरा होगा।”
जिला मुख्यालय फोर लेन से जुड़ेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला मुख्यालयों को फोर लेन और ब्लॉक मुख्यालयों को कम से कम दो लेन वाली सड़कों से जोड़ा जाए। साथ ही, सड़कों पर मौजूद ब्लैक स्पॉट्स की पहचान करके उन्हें तुरंत सुधारा जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए, “ब्लैक स्पॉट्स को ठीक करना प्राथमिकता होनी चाहिए। किसी भी दुर्घटना के पीछे खराब सड़क जिम्मेदार नहीं होनी चाहिए।”
मानसून के बाद विकास कार्यों में तेजी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मानसून के बाद जनप्रतिनिधियों के कर-कमलों से भूमिपूजन कराकर योजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “यह केवल परियोजनाओं का शुभारंभ नहीं होगा, बल्कि जनता के साथ सीधा संवाद और भागीदारी का प्रतीक होगा। जनता को यह महसूस होना चाहिए कि सरकार उनकी सुविधाओं के लिए प्रतिबद्ध है।”
एक जनप्रतिनिधि ने कहा, “हमारा क्षेत्र अक्सर बारिश में कीचड़ और खराब सड़कों की वजह से परेशान रहता है। चौड़ी और बेहतर सड़कें इस समस्या को स्थायी रूप से खत्म कर देंगी।”
ग्रामीण और नए शहरी क्षेत्र होंगे फोकस में
सीएम योगी ने उन गांवों पर विशेष ध्यान देने को कहा जिन्हें हाल ही में नगर निकाय में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि पेयजल, जलनिकासी और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं पर प्राथमिकता से काम किया जाए।
उन्होंने कहा, “हम शहरी और ग्रामीण पहचान के बीच संतुलन बनाए रखना चाहते हैं। इन नए शहरीकृत क्षेत्रों को नगरीय सुविधाएं देने के साथ उनकी ग्रामीण संस्कृति को भी संरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।”
नगर विकास विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “सीएम ग्रिड योजना के तहत इन क्षेत्रों में फंड का प्रावधान अलग से किया जा रहा है, जिससे विकास कार्य तेजी से आगे बढ़ेंगे।”
पर्यटन और रोजगार पर खास जोर
पर्यटन एवं संस्कृति विभाग को निर्देश दिया गया है कि हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक पर्यटन स्थल चिन्हित कर वहां सौंदर्यीकरण और जनसुविधाओं का विकास किया जाए। इससे स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए नए रोजगार अवसर पैदा होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पर्यटन केवल धार्मिक या ऐतिहासिक स्थल तक सीमित नहीं है, यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति देने वाला सेक्टर है। सड़कें बेहतर होंगी तो पर्यटक आसानी से यहां पहुंच सकेंगे।”
पर्यटन विभाग के अधिकारी ने कहा, “इस फैसले से क्षेत्र के होटल, रेस्तरां और स्थानीय कारीगरों को सीधा लाभ मिलेगा। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए गेमचेंजर होगा।”
आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पुनर्निर्माण प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से बाढ़ या अन्य आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां आधारभूत संरचना के पुनर्निर्माण को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा, “आपदा के बाद सबसे पहले बुनियादी सुविधाओं को बहाल करना हमारी जिम्मेदारी है। इसमें सड़कें सबसे अहम भूमिका निभाती हैं।”
पारदर्शिता और जवाबदेही पर जोर
सीएम योगी ने कहा कि यह संवाद और समीक्षा केवल एक बैठक नहीं, बल्कि शासन की नई सोच का हिस्सा है।
उन्होंने कहा, “हमारी योजनाओं का लक्ष्य जनता के जीवन को बेहतर बनाना है। हर विभाग को पारदर्शी और जवाबदेह रहना होगा। ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ केवल नारा नहीं, बल्कि हमारा संकल्प है।”
उत्तर प्रदेश में सड़कें 5 मीटर चौड़ी होने के फैसले के साथ राज्य सरकार ने न केवल यातायात व्यवस्था को सुरक्षित और बेहतर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है, बल्कि ग्रामीण और शहरी विकास, पर्यटन, रोजगार और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में भी नई संभावनाएं खोल दी हैं। यह फैसला आने वाले वर्षों में प्रदेश के विकास को नई दिशा देगा और जनता के जीवन स्तर में बड़ा बदलाव लाएगा।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath has announced a historic infrastructure decision to widen roads from 3.5 meters to 5 meters across the state. The initiative aims to enhance traffic safety, improve emergency service response, boost tourism, strengthen rural and urban connectivity, and create new employment opportunities. This move highlights the government’s commitment to transparency, public participation, and sustainable development.