UP में 1 अप्रैल से अवैध ई-रिक्शा और नाबालिग चालकों के खिलाफ विशेष अभियान
यूपी में 1 अप्रैल से अवैध ई-रिक्शा और नाबालिग चालकों के खिलाफ विशेष अभियान
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 1 अप्रैल से एक विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अवैध और बिना पंजीकरण वाले ई-रिक्शा और ऑटो के संचालन को रोकना और नाबालिग चालकों पर सख्ती करना है। यह अभियान पूरे अप्रैल महीने तक चलेगा और इसमें परिवहन विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त टीमें कार्रवाई करेंगी।
क्यों चलाया जा रहा है यह अभियान?
उत्तर प्रदेश के कई शहरों में अवैध ई-रिक्शा और ऑटो बड़ी संख्या में चल रहे हैं, जो ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते और दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। इसके अलावा, नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना और बढ़ जाती है। इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने इस विशेष अभियान की घोषणा की है।
किन शहरों में चलेगा यह अभियान?
यह अभियान पूरे उत्तर प्रदेश में लागू होगा, लेकिन कुछ बड़े शहरों में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। इनमें लखनऊ, कानपुर, आगरा, वाराणसी, प्रयागराज, गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, गोरखपुर और झांसी शामिल हैं। इन शहरों के प्रमुख चौराहों, बस स्टैंडों और बाजारों में पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त टीमें सघन चेकिंग अभियान चलाएंगी।
मुख्य बिंदु – किन मामलों में होगी कार्रवाई?
अवैध और बिना पंजीकरण वाले ई-रिक्शा और ऑटो पर कार्रवाई
नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर पूरी तरह से रोक
परिवहन नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कदम
अभियान की साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी जाएगी
कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में इस अभियान को लेकर सख्त निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को नाबालिग चालकों पर विशेष ध्यान देने और अवैध वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा। इसके अलावा, किरायेदारों का सत्यापन कराने और ओवरलोडिंग रोकने के भी निर्देश दिए गए।
परिवहन आयुक्त ने दिए आदेश
परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने सभी जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर इस अभियान की जानकारी दी है। उन्होंने साफ कहा है कि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक पूरे राज्य में अवैध और बिना पंजीकरण वाले वाहनों के खिलाफ विशेष चेकिंग अभियान चलेगा।
कैसे होगी निगरानी?
इस अभियान की निगरानी के लिए टास्क फोर्स गठित की गई है, जिसमें परिवहन विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। अभियान की नियमित मॉनिटरिंग होगी और हर शुक्रवार को रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
नाबालिग चालकों पर विशेष ध्यान
सरकार ने नाबालिग चालकों पर सख्ती से रोक लगाने का फैसला किया है। नाबालिगों को वाहन चलाने की अनुमति देने पर उनके माता-पिता और अभिभावकों पर भी कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इसके लिए स्कूलों, कॉलेजों और प्रमुख सड़कों पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।
अवैध वाहनों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति
राज्य सरकार ने अवैध ई-रिक्शा और ऑटो के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति अपनाने का फैसला किया है। अगर किसी वाहन का पंजीकरण नहीं है, तो उसे जब्त कर लिया जाएगा।
अभियान का उद्देश्य
सड़क सुरक्षा को मजबूत करना
ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन कराना
अवैध वाहनों को हटाकर परिवहन व्यवस्था में सुधार लाना
उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम सड़क सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा फैसला है। यह अभियान ट्रैफिक नियमों को कड़ाई से लागू करने में मदद करेगा और दुर्घटनाओं को कम करने में सहायक होगा। सभी नागरिकों को इस अभियान में सहयोग करना चाहिए ताकि सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सके।
The Uttar Pradesh government has launched a special drive from April 1 to curb illegal e-rickshaws and minor drivers across the state. This one-month campaign will focus on road safety, strict law enforcement, and traffic rule compliance. Key cities like Lucknow, Kanpur, Agra, Varanasi, Noida, Ghaziabad, Meerut, and Gorakhpur will see intensive checking operations by the Transport and Police Departments. The campaign aims to eliminate unauthorized vehicles, enforce zero-tolerance policy against traffic violations, and prevent minors from driving. This initiative will improve Uttar Pradesh’s transport system and enhance road safety for all citizens.