AIN NEWS 1: गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र में 17 वर्षीय किशोरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले ने विवाद खड़ा कर दिया है। परिजन और स्थानीय लोग शनिवार को प्रदर्शन करते हुए न्याय की मांग लेकर तहसील पहुंचे। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही और आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया।
घटना का विवरण
15 दिसंबर को दिल्ली-मेरठ मार्ग पर अबूपुर गांव के पास सड़क किनारे बलवंतपुरा कॉलोनी निवासी किशोरी का शव मिला। घटना स्थल पर दो युवक घायल अवस्था में पाए गए जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। युवकों ने बयान दिया कि बाइक डिवाइडर से टकरा जाने के कारण हादसा हुआ, जिसमें किशोरी की मौत हो गई।
परिजनों का आरोप
मृतका के जीजा ने दोनों युवकों के खिलाफ अपहरण और सड़क हादसे में मौत का मामला दर्ज कराया। लेकिन परिजनों और हिंदू संगठनों का कहना है कि यह हादसा नहीं, बल्कि हत्या है।
परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपी युवक दूसरे समुदाय से हैं और उन्होंने फर्जी नाम “मोनू मलिक” के जरिए किशोरी से सोशल मीडिया पर संपर्क किया। असली नाम साहिल खान है। उनका कहना है कि आरोपी किशोरी को जबरन बाइक पर ले गया और हत्या के बाद शव को सड़क पर फेंक दिया।
धरना-प्रदर्शन
शनिवार को परिजनों ने हिंदू संगठनों के साथ मिलकर पैदल मार्च करते हुए मोदीनगर तहसील का घेराव किया। हाथों में “न्याय दो” और “बेटी को न्याय दो” के पोस्टर लेकर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। तहसील सभागार में धरने के दौरान मृतका की मां रोते हुए बेहोश हो गईं।
पुलिस की प्रतिक्रिया
एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि घटना स्थल पर डिवाइडर और आसपास खून के निशान मिले हैं, जिससे प्रथम दृष्टया मामला सड़क हादसे का लगता है। इसी आधार पर केस दर्ज किया गया। हालांकि, अपहरण की धाराएं भी जोड़ी गई हैं और नामजद आरोपी की तलाश जारी है।
परिजनों का आरोप: पुलिस पर लापरवाही
परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पोस्टमॉर्टम हाउस में जबरन तहरीर लिखवाई गई और मामला सड़क हादसे की ओर मोड़ने की कोशिश की गई। प्रदर्शनकारियों ने निष्पक्ष जांच और आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
मामला क्यों गंभीर है?
संदिग्ध परिस्थितियां: परिजन इसे हादसे नहीं, बल्कि हत्या मान रहे हैं।
सोशल मीडिया पर फर्जी नाम का इस्तेमाल: आरोपी पर किशोरी को बहलाने का आरोप।
धार्मिक एंगल: घटना को सामुदायिक रंग भी दिया जा रहा है।
पुलिस ने जांच तेज कर दी है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। लेकिन परिजनों का प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता।