AIN NEWS 1: अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में रहने वाली 10 साल की एमा एडवर्ड्स अब इस दुनिया में नहीं है। ब्लड कैंसर से उसका निधन हो चुका है। एमा भले ही अब जिंदा नहीं है, लेकिन उसके पेरेंट्स ने दुनिया से उसकी रवानगी से 12 दिन पहले उसकी एक ख्वाहिश जरूर पूरी कर दी और अब ये कहानी हर किसी की जुबान पर है।
एमा के पेरेंट्स के मुताबिक बेटी को दुल्हन बनने का बहुत शौक था। डॉक्टर्स ने जब कह दिया कि एमा के पास बस चंद दिनों की ही सांसें बची हैं, तो हमने उसकी दुल्हन बनने की इच्छा पूरी कर दी। सोसाइटी-दोस्तों ने दिल खोलकर मदद की। हर काम डोनेशन से हुआ। बहुत यादें हैं और ये ताउम्र साथ रहेंगी।
जिंदगी ने बस 14 महीने ही दिए
एमा की कहानी अप्रैल 2022 से शुरू होती है और 29 जून 2023 को अफसोसनाक अंजाम तक पहुंचती है। अप्रैल 2022 में एक दिन एमा अपने घर में खेलते वक्त अचानक बेहोश होकर गिर जाती है। पेरेंट्स उसे फौरन हॉस्पिटल लेकर जाते हैं। तमाम मेडिकल टेस्ट होते हैं। रिपोर्ट्स सामने आती हैं तो पेरेंट्स के पैरों तले जमीन घिसक जाती है। उनकी बिटिया को ‘लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया’ था।यह एक तरह का ब्लड कैंसर ही है और ज्यादातर बच्चों को होता है। अक्सर, कम उम्र के बच्चे इस जानलेवा मर्ज का शिकार बनते हैं। एमा भी इसी लाइलाज मर्ज के चलते इस दुनिया से हमेशा-हमेशा के लिए रुखसत हो गई।लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया आमतौर पर बच्चों के बोनमैरो और ब्लड को खराब कर देता है। इनमें मौजूद सेल्स धीरे-धीरे खत्म होते चले जाते हैं और एक वक्त ऐसा भी आता है, जब मरीज के शरीर में इस बीमारी से लड़ने की ताकत खत्म हो जाती है। इसी स्टेज पर आकर एमा ने भी आखिरी सांस ली।
चंद हफ्ते और अचानक चंद दिन
अब एमा की कहानी का वो हिस्सा समझते हैं, जो बॉलीवुड की किसी इमोश्नल फिल्म सा लगता है। एमा की मां का नाम एलिना और पिता का नाम एरोन एडवर्ड्स है। वो नॉर्थ कैरोलिना राज्य के छोटे, लेकिन खूबसूरत कस्बे वॉलनट कोव में रहते हैं।बहरहाल, एमा के पेरेंट्स को डॉक्टर्स ने बताया कि उनकी बेटी का कैंसर जिस स्टेज में है, वहां से उसे जिंदगी देना नामुमकिन है। पिता एरोन ‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ से कहते हैं- पहले तो लगा कि वो कैंसर से जंग जीत जाएगी। फिर डॉक्टर्स ने मायूस कर दिया। उन्होंने कहा- आपकी बेटी के पास बहुत कम वक्त है। कुछ दिन बाद उन्होंने बताया कि एमा चंद हफ्तों की मेहमान है।आगे की कहानी एमा की मां एलिना की जुबानी- इसी साल जून में हमें मेयो क्लिनिक के डॉक्टर्स ने बताया कि एमा के पास चंद हफ्ते नहीं, बल्कि चंद दिन ही बचे हैं। तब हमने ठान लिया कि हम उसे जिंदगी भले ही नहीं दे सकते, लेकिन उसकी दुल्हन बनने की ख्वाहिश जरूर पूरी कर सकते हैं।
स्कूल में करना चाहती थी शादी, लेकिन…
एलिना कहती हैं- एमा की क्लास में उसका सबसे अच्छा दोस्त था डेनियल मार्शल क्रिस्टोफर विलियम्स। हम प्यार से उसे DJ कहते हैं। एमा अक्सर कहती थी कि वो दुल्हन बनना चाहती है। शादी करना चाहती है। DJ की फैमिली से भी हमारे बहुत अच्छे रिलेशन हैं। एमा स्कूल में शादी करना चाहती थी, लेकिन वहां के एडमिनिस्ट्रेशन ने इसकी मंजूरी नहीं दी।दोनों फैमिली ने एमा की आखिरी ख्वाहिश पूरी करने के लिए नकली शादी का फैसला किया। टारगेट था कि चाहे कुछ भी करना पड़े, लेकिन दो दिन में यह काम हर हाल में पूरा करना है। एक गार्डन में वेडिंग फंक्शन अरेंज किया गया। 100 से ज्यादा मेहमानों को न्योता दिया गया।एलिना के मुताबिक एक दोस्त ने बाइबिल का हिस्सा पढ़ा। DJ हमारा दामाद है। वो इस दुनिया का सबसे खूबसूरत और नेकदिल बच्चा है। वो सच में अपनी दोस्त से बहुत प्यार करता है।
‘एमाज आर्मी’
एमा की मौत से पहले उसकी कहानी वॉलनट कोव में रहने वाले करीब-करीब हर शख्स तक पहुंच चुकी थी। यहां कुछ मशहूर कार रेसर भी रहते हैं। उन्होंने अपनी गाड़ियों पर ‘एमाज आर्मी’ लिखे स्टिकर लगाए।इन स्टिकर के लिए सेल लगाई गई और लोगों ने महंगे दाम पर इन्हें खरीदा भी। इसके अलावा कई लोगों ने काफी डोनेट भी किया। एलिना कहती हैं- हर बच्चा डिज्नीलैंड जाना चाहता है, वहां मस्ती करना चाहता है, लेकिन मेरी बेटी एमा दुल्हन और पत्नी बनना चाहती थी। हमने उसकी ख्वाहिश पूरी कर दी।