AIN NEWS 1: भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को उनकी ऐतिहासिक उपलब्धियों और योगदानों के लिए भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। गार्सेटी ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह ने भारत और अमेरिका के संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत की, जो आज दोनों देशों के बीच मजबूत साझेदारी का आधार है।
उन्होंने कहा, “हमारे प्रिय मित्र और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की निस्वार्थ सेवा को याद करते हुए गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी प्रतिबद्धता और नेतृत्व आज भी हमें प्रेरित करते हैं।”
भारत की आर्थिक प्रगति में डॉ. सिंह की भूमिका
डॉ. मनमोहन सिंह ने 1991 में देश में आर्थिक सुधारों की शुरुआत की थी, जिसने भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक मंच पर मजबूती दी। उनके प्रधानमंत्री रहते हुए भारत ने आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की।
गार्सेटी ने डॉ. सिंह के नेतृत्व को भारत की समृद्धि और विकास के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह की दूरदर्शिता और नीतियों ने न केवल भारत को लाभ पहुंचाया, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी उनके योगदान को सराहा गया।
भारत-अमेरिका परमाणु समझौते की उपलब्धि
डॉ. सिंह के कार्यकाल के दौरान भारत और अमेरिका के बीच ऐतिहासिक नागरिक परमाणु समझौता हुआ। यह समझौता दोनों देशों के संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। इस पहल के माध्यम से न केवल भारत को ऊर्जा सुरक्षा में मदद मिली, बल्कि भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी भी मजबूत हुई।
गार्सेटी ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का नेतृत्व और उनका दृष्टिकोण हमें यह सिखाता है कि कड़ी मेहनत और दृढ़ विश्वास के साथ किसी भी चुनौती को अवसर में बदला जा सकता है। उनके योगदान का प्रभाव आने वाले दशकों तक महसूस किया जाएगा।”
प्रेरणा का स्रोत बने डॉ. सिंह
राजदूत ने कहा कि डॉ. सिंह की निस्वार्थ सेवा, कर्तव्यनिष्ठा और भारत के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बना दिया है। उन्होंने भारत को आर्थिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है। गार्सेटी के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि डॉ. सिंह का नेतृत्व और उनकी नीतियां आने वाले समय में भी मार्गदर्शन करती रहेंगी।
डॉ. सिंह के प्रति गार्सेटी की यह श्रद्धांजलि उनके अद्वितीय योगदानों को याद करने का एक और अवसर है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।