AIN NEWS 1 | अमेरिका और यमन में हूती विद्रोहियों के बीच जारी तनाव के बीच, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में दावा किया गया है कि यह हूती विद्रोहियों पर अमेरिका के एयरस्ट्राइक का दृश्य है।
▶️ वीडियो में क्या दिखाया गया है?
वीडियो की शुरुआत में दर्जनों हूती लड़ाके गोल घेरा बनाए खड़े नजर आते हैं। अचानक एक जबरदस्त विस्फोट होता है, जिससे कुछ ही सेकेंड में पूरा क्षेत्र धूल और धुएं से भर जाता है। जैसे ही कैमरा ज़ूम आउट करता है, घटनास्थल पर कई वाहन खड़े दिखते हैं, जिससे साफ है कि हमला पूरी प्लानिंग से किया गया था।
These Houthis gathered for instructions on an attack. Oops, there will be no attack by these Houthis!
They will never sink our ships again! pic.twitter.com/lEzfyDgWP5
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 4, 2025
💬 ट्रंप का बयान: “अब हूती हमला नहीं करेंगे”
वीडियो के साथ ट्रंप ने एक तीखा संदेश लिखा:
“These Houthis gathered for instructions on an attack. Oops, there will be no attack by these Houthis!”
इस संदेश से साफ झलकता है कि अमेरिका हूतियों के हमलों को लेकर बेहद सख्त रुख अपना चुका है।
🌊 क्यों बढ़ा है तनाव?
पिछले कुछ हफ्तों से हूती विद्रोही यमन से रेड सी में अमेरिकी और कॉर्मशियल जहाजों पर हमला कर रहे हैं। ये हमले इज़राइल-हमास संघर्ष के समर्थन में किए जा रहे हैं। इन हमलों के जवाब में अमेरिका ने हवाई हमले तेज कर दिए हैं।
एपी की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में एक हमले में 6 लोगों की मौत हुई, जबकि हूती आंकड़ों के अनुसार यह संख्या 67 तक पहुंच चुकी है।
🇮🇷 ईरान पर भी अमेरिका की नजर
हूती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन प्राप्त है। अमेरिका इन हमलों को ईरान की बढ़ती दखलअंदाजी और परमाणु कार्यक्रम के जवाब के रूप में देख रहा है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट के अनुसार,
“इन हमलों के कारण ईरान की स्थिति बेहद कमजोर हुई है।”
🌍 अमेरिका की विदेश नीति का कड़ा संदेश
ट्रंप द्वारा वीडियो साझा करना सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक स्पष्ट कूटनीतिक संकेत है कि अमेरिका अब किसी भी खतरे को लेकर सावधान और आक्रामक रवैया अपना रहा है। हूतियों और ईरान को लेकर ट्रंप का यह रुख बताता है कि अमेरिका अपनी समुद्री सीमाओं और वैश्विक हितों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा।