AIN NEWS 1: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार में भारतीय अमेरिकी एंटरप्रेन्योर और वेंचर कैपिटलिस्ट श्रीराम कृष्णन को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। ट्रंप प्रशासन ने रविवार को कई नई नियुक्तियों का ऐलान किया, जिनमें कृष्णन का नाम भी शामिल था। उन्हें व्हाइट हाउस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर सीनियर पॉलिसी एडवाइजर के रूप में नियुक्त किया गया है।
श्रीराम कृष्णन का प्रोफाइल
श्रीराम कृष्णन भारतीय अमेरिकी व्यवसायी, वेंचर कैपिटलिस्ट और लेखक हैं। वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक प्रमुख नाम माने जाते हैं। उनका ज्ञान और अनुभव इस क्षेत्र में उन्हें खास बनाता है, और अब ट्रंप प्रशासन ने उनके अनुभव का फायदा उठाने का निर्णय लिया है।
व्हाइट हाउस में एआई की भूमिका
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आज के समय में दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। एआई का प्रभाव दुनिया के कई उद्योगों में महसूस हो रहा है, और यह भविष्य में और भी महत्वपूर्ण हो सकता है। ट्रंप प्रशासन ने इस तकनीकी क्षेत्र में एक मजबूत नीति बनाने के लिए श्रीराम कृष्णन को सीनियर पॉलिसी एडवाइजर नियुक्त किया है, ताकि अमेरिका को इस क्षेत्र में और अधिक मजबूती मिले।
ट्रंप प्रशासन की नई नियुक्तियां
रविवार को ट्रंप सरकार ने कई नई नियुक्तियों का ऐलान किया। इन नियुक्तियों में श्रीराम कृष्णन के अलावा कई अन्य प्रमुख नाम भी शामिल हैं। यह सभी नियुक्तियां ट्रंप के प्रशासन की रणनीति का हिस्सा हैं, जिनका उद्देश्य अमेरिका को तकनीकी और आर्थिक दृष्टि से आगे बढ़ाना है। खासकर AI और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नई नीतियों के माध्यम से अमेरिकी शासन को और प्रभावशाली बनाना है।
भारतीय समुदाय का गर्व
श्रीराम कृष्णन की यह नियुक्ति भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का विषय है। भारतीय मूल के लोग अमेरिकी राजनीति और समाज में लगातार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, और श्रीराम कृष्णन की यह उपलब्धि इस दिशा में एक और बड़ा कदम है। उनका अनुभव और विशेषज्ञता न केवल अमेरिका के लिए, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी लाभकारी हो सकता है।
इस नियुक्ति के साथ ही ट्रंप प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह टेक्नोलॉजी और नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी बने रहना चाहता है। श्रीराम कृष्णन जैसे विशेषज्ञों को अपने साथ जोड़कर ट्रंप प्रशासन एक मजबूत और प्रभावशाली नीति तैयार करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। यह नियुक्ति न केवल अमेरिकी राजनीति के लिए, बल्कि भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है।