UP Police Launches Gandiv and Sudarshan Apps to Track Criminals Easily
यूपी पुलिस का गांडीव और सुदर्शन ऐप: अब अपराधियों पर रहेगी पैनी नजर
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपराधियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और सोशल मीडिया पर फेक न्यूज व अफवाहों को रोकने के लिए गांडीव और सुदर्शन ऐप लॉन्च किए हैं। इन ऐप्स की मदद से पुलिस एक क्लिक में अपराधियों का पूरा रिकॉर्ड देख सकेगी।
गांडीव ऐप: अपराधियों का पूरा ब्योरा एक क्लिक में
गांडीव ऐप एक डिजिटल क्राइम डाटा सिस्टम है, जिसमें अपराधियों की पूरी कुंडली मौजूद होगी। इस ऐप के माध्यम से पुलिस को अपराधियों की गतिविधियों, उनकी चल-अचल संपत्तियों, बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और अन्य जरूरी जानकारियों तक त्वरित पहुंच मिलेगी।
डेटाबेस से कनेक्टेड: इस ऐप को राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किए गए एक बड़े डेटाबेस से जोड़ा गया है।
आधार और पैन से ट्रैकिंग: किसी भी संदिग्ध व्यक्ति का आधार नंबर या पैन नंबर डालते ही उसकी पूरी जानकारी स्क्रीन पर आ जाएगी।
पासवर्ड-प्रोटेक्टेड एक्सेस: संवेदनशील जानकारी केवल पुलिस कमिश्नर या एसपी स्तर के अधिकारी ही देख सकेंगे।
सुदर्शन ऐप: सोशल मीडिया पर निगरानी और अफवाहों पर रोक
सुदर्शन ऐप को विशेष रूप से सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों और साइबर अपराधियों पर नजर रखने के लिए डिजाइन किया गया है।
फेक न्यूज की ट्रैकिंग: यह ऐप पता लगाएगा कि कोई अफवाह कहां से शुरू हुई और उसे कितने लोगों ने साझा किया।
धार्मिक उन्माद और भड़काऊ कंटेंट: सुदर्शन ऐप यह भी बताएगा कि किसी समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट में किन नंबरों और अकाउंट्स का इस्तेमाल किया गया।
तेजी से कार्रवाई: पुलिस को संदिग्धों की पहचान और कार्रवाई करने में आसानी होगी।
सुरक्षित और नियंत्रित एक्सेस
इन ऐप्स की जानकारी को तीन स्तरों पर एक्सेस किया जा सकेगा:
1. ज्यादा संवेदनशील जानकारी – केवल पुलिस कमिश्नर या एसपी को उपलब्ध होगी।
2. कम संवेदनशील जानकारी – डीसीपी और एएसपी स्तर के अधिकारी देख सकेंगे।
3. फील्ड यूनिट्स को सीमित एक्सेस – क्षेत्रीय पुलिस टीमें अपराधियों की बेसिक जानकारी चेक कर सकेंगी।
राज्यभर में तैनात किए जा रहे नोडल अधिकारी
गांडीव और सुदर्शन ऐप्स के प्रभावी उपयोग के लिए लखनऊ, आगरा, गोरखपुर और कानपुर में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। अन्य जिलों में भी जल्द ही यह व्यवस्था लागू की जाएगी।
अपराध नियंत्रण में गेमचेंजर साबित होंगे ये ऐप्स
इन डिजिटल टूल्स की मदद से पुलिस को अपराधियों की लोकेशन ट्रैक करने, उनकी गतिविधियों पर नजर रखने और सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं को रोकने में बड़ी मदद मिलेगी। यूपी पुलिस का यह कदम राज्य में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
UP Police has launched the Gandiv and Sudarshan apps to strengthen crime control and social media monitoring. Gandiv App will store a detailed criminal database, allowing law enforcement to access criminal records, bank accounts, assets, and phone connections instantly. Sudarshan App will track fake news, social media rumors, and provocative content to prevent communal tension. These advanced surveillance tools will help in digital policing, crime tracking, and law enforcement efficiency, ensuring better security in Uttar Pradesh.