AIN NEWS 1 | उत्तराखंड का उत्तरकाशी ज़िला एक बार फिर प्रकृति के भयानक रूप का गवाह बना। धराली गांव में हुए बादल फटने की घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। पहाड़ों पर घिरे बादलों ने अचानक ऐसा कहर बरपाया कि कुछ ही पलों में जिंदगी भर का दर्द दे गए। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो इस त्रासदी की पूरी कहानी बयां करता है – एक कहानी जिसमें बहते मकान हैं, डर से कांपते लोग हैं और एक बेटे की वह चीख, जिसने लाखों दिलों को झकझोर दिया – “हाय मेरी मां चली गई…”
Scary visuals! Flash floods hit #Uttarkashi after a cloudburst; several villagers have been washed away… pic.twitter.com/DCBiV4BHDY
— Mr Sinha (@MrSinha_) August 5, 2025
कैसे शुरू हुई तबाही
धराली गांव की एक पहाड़ी नदी रोज़ की तरह बह रही थी। लोग अपने-अपने काम में लगे थे। किसी को अंदाज़ा भी नहीं था कि ऊपर आसमान में जो बादल मंडरा रहे हैं, वो मौत बनकर टूट पड़ेंगे। कुछ ही मिनटों में तेज़ गर्जना के साथ बादल फटा और भारी मलबा और पानी तेजी से पहाड़ी से नीचे गांव की ओर बहने लगा।
यह सैलाब इतना तेज़ था कि नदी किनारे बने घर, होटल, दुकानें और होमस्टे पल भर में पानी में समा गए। वीडियो में साफ दिखता है कि लोग ऊपर की ओर भाग रहे हैं, कुछ मोबाइल से कांपते हाथों से तबाही को रिकॉर्ड कर रहे हैं।
वीडियो में कैद विनाश
इस दर्दनाक घटना का जो वीडियो सामने आया है, उसमें तबाही का हर पल लाइव रिकॉर्ड हुआ है। वीडियो में एक आवाज़ सुनाई देती है – “भागो-भागो… नीचे सब बह रहा है!” और फिर कुछ ही सेकंड बाद एक दिल दहला देने वाली चीख गूंजती है – “हाय मेरी मां चली गई… मेरी मां अंदर थी।”
उस वक्त का मंजर ऐसा था कि रूह कांप जाए। एक महिला अपने सिर को पीट-पीटकर रो रही है, मातम मना रही है। हर ओर चीख-पुकार और अफरा-तफरी का आलम था।
एक बेटा और उसकी टूटी दुनिया
उस बेटे की चीख जिसने अपनी मां को खो दिया, अब हर किसी के दिल में दर्ज हो चुकी है। उस एक लाइन – “हाय मेरी मां चली गई…” – ने सोशल मीडिया पर लोगों को झकझोर दिया है। वीडियो को देखकर ऐसा लगता है मानो सब कुछ वहीं थम गया हो। ये सिर्फ एक वीडियो नहीं, एक असली जीवन की सबसे भयावह त्रासदी है।
प्राकृतिक आपदा या मानवीय लापरवाही?
उत्तरकाशी जैसे पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश और पर्यावरण असंतुलन के कारण इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। जंगलों की कटाई, अवैज्ञानिक निर्माण कार्य और जलवायु परिवर्तन, इन आपदाओं के पीछे छिपे कुछ बड़े कारण हो सकते हैं।
लोगों की प्रतिक्रिया
वीडियो को एक्स (Twitter) पर @MrSinha_ नामक अकाउंट से शेयर किया गया है और अब तक इसे लाखों लोग देख चुके हैं। कमेंट बॉक्स में लोगों की भावनाएं साफ झलक रही हैं –
“इस वीडियो को देखकर मेरी आत्मा कांप गई।”
“इतना दर्द कभी नहीं देखा, ऊपर वाला सबको सुरक्षित रखे।”
“कौन कहता है कि पहाड़ों में सुकून है, वहां हर दिन मौत का डर रहता है।”
फोन पर चेतावनी, लेकिन वक्त निकल चुका था
वीडियो में एक और शख्स को अपने घरवालों से बात करते सुना जा सकता है – “मामा को बोलो ऊपर भाग जाए, बादल फट गया है।” लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। तबाही पूरे गांव को निगल चुकी थी।
सिर्फ दीवारें नहीं, सपने भी बहे
बाढ़ का पानी सिर्फ मकानों की दीवारें नहीं तोड़ता, वो परिवारों की नींव को तोड़ देता है। वो रिश्तों को बहा ले जाता है, यादों को मिटा देता है। धराली गांव की यह त्रासदी इसका सबसे ताज़ा उदाहरण है।
क्या कोई सबक लेगा?
सरकार और प्रशासन को अब और सतर्क होने की जरूरत है। इस तरह की आपदाएं लगातार बढ़ रही हैं और आम नागरिक इसकी सबसे बड़ी कीमत चुका रहे हैं। हमें पर्यावरण के साथ सामंजस्य बनाकर रहना सीखना होगा, नहीं तो ऐसी घटनाएं रोज़मर्रा की खबर बन जाएंगी।
उत्तरकाशी की यह आपदा सिर्फ एक खबर नहीं, एक चेतावनी है। वो एक चीख, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया – “हाय मेरी मां चली गई…” हमें याद दिलाती है कि पहाड़ जितने खूबसूरत होते हैं, उतने ही खतरनाक भी हो सकते हैं। यह घटना उन हजारों लोगों की आंखें खोल सकती है, जो अब भी मानते हैं कि कुदरत से बड़ा कुछ नहीं।
A devastating cloudburst in Uttarkashi’s Dharali village led to a massive flash flood, caught live on video. The emotional footage shows villagers screaming in terror as homes are washed away. One man’s painful scream, “My mother is gone,” has shaken the internet. This Uttarkashi cloudburst video is going viral, highlighting the increasing dangers of natural disasters in Himalayan regions.