AIN NEWS 1 जैसलमेर | राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास शनिवार, 17 फरवरी 2024 को भारतीय वायुसेना ने ‘वायु शक्ति-24’ नामक एक शानदार अभ्यास का आयोजन किया। इस अभ्यास में राफेल, एसयू-30 एमकेआई, मिग-29, मिराज-2000 और तेजस सहित 120 से अधिक विमानों ने अपनी शक्ति और क्षमता का प्रदर्शन किया। यह कार्यक्रम लगभग दो घंटे तक चला और इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।
प्रमुख बिंदु:
- भाग लेने वाले विमान: राफेल, एसयू-30 एमकेआई, मिग-29, मिराज-2000, तेजस, सी-17, सी-130जे, हेलीकॉप्टर
- अभ्यास की अवधि: 2 घंटे
- मुख्य अतिथि: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान
- अभ्यास के मुख्य उद्देश्य:
- भारतीय वायुसेना की आक्रामक और रक्षात्मक क्षमताओं का प्रदर्शन
- विभिन्न प्रकार के विमानों और हथियारों का समन्वय
- युद्ध की परिस्थितियों में संचालन की तैयारी
- भारतीय सेना के साथ संयुक्त अभियानों का प्रदर्शन
अभ्यास की विशेषताएं:
- राफेल विमान ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से सफलतापूर्वक निशाना साधा।
- परिवहन विमानों ने लड़ाकू सहायता ऑपरेशन का प्रदर्शन किया।
- सी-17 विमान ने भारी रसद की आपूर्ति की।
- सी-130जे विमान ने भारतीय वायुसेना के गरुड़ कमांडो को ले जाकर हमला किया।
- भारतीय सेना के साथ संयुक्त अभियानों का प्रदर्शन किया गया।
निष्कर्ष:
‘वायु शक्ति-24’ अभ्यास भारतीय वायुसेना की बढ़ती क्षमता और ताकत का प्रतीक था। इस अभ्यास ने भारत की हवाई सुरक्षा के प्रति वायुसेना की प्रतिबद्धता को भी दर्शाया। यह अभ्यास निश्चित रूप से देश के दुश्मनों के लिए एक चेतावनी है और भारत की रक्षा करने की वायुसेना की क्षमता को दर्शाता है.