Sunday, February 2, 2025

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया त्रिवेणी संगम में आस्था का स्नान, प्रयागराज में उपराष्ट्रपति का पवित्र स्नान?

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AIN NEWS 1: पवित्र नगरी प्रयागराज, जिसे तीर्थराज कहा जाता है, एक बार फिर आस्था और श्रद्धा का केंद्र बनी। भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज धर्म और अध्यात्म की इस भूमि पर त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। इस दौरान अनेक पूज्य संत, महंत, धर्माचार्य और श्रद्धालु उपस्थित रहे।

संगम स्नान का महत्व

त्रिवेणी संगम, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का मिलन होता है, हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि यहां स्नान करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और पापों का नाश होता है। प्रयागराज कुंभ और माघ मेले के दौरान लाखों श्रद्धालु यहां डुबकी लगाते हैं। उपराष्ट्रपति का यह स्नान देशभर के भक्तों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।

धार्मिक अनुष्ठान और पूजापाठ

उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के साथ इस आध्यात्मिक यात्रा में अनेक पूज्य संतगण एवं धर्माचार्य मौजूद रहे। उन्होंने विधिवत मंत्रोच्चारण और धार्मिक अनुष्ठानों के साथ संगम में स्नान किया। इस दौरान वैदिक रीति से पूजन-अर्चन भी किया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पावन अवसर पर संगम की महिमा को रेखांकित करते हुए श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज की यह पवित्र भूमि सनातन संस्कृति की धरोहर है। संगम स्नान न केवल आध्यात्मिक शुद्धि प्रदान करता है, बल्कि देश की धार्मिक परंपराओं को भी मजबूत करता है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे इस महान परंपरा को बनाए रखें और स्वच्छता का विशेष ध्यान दें।

तीर्थराज प्रयागराज की दिव्यता

प्रयागराज को सनातन धर्म में तीर्थराज की उपाधि दी गई है। यह स्थान प्राचीन काल से ही धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गतिविधियों का केंद्र रहा है। यहां प्रत्येक वर्ष माघ मेला आयोजित होता है, जहां लाखों श्रद्धालु कल्पवास करते हैं। कुंभ और अर्धकुंभ के समय यहां विश्वभर से श्रद्धालु आते हैं और संगम में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करते हैं।

हर-हर महादेव के जयघोष से गूंजा संगम तट

संगम तट पर उपस्थित श्रद्धालु हर-हर महादेव और गंगा मैया की जय के जयघोष से वातावरण को भक्तिमय बना रहे थे। चारों ओर श्रद्धा और आस्था की लहरें दौड़ रही थीं। उपराष्ट्रपति के इस संगम स्नान ने एक बार फिर धर्म और अध्यात्म के प्रति उनकी गहरी आस्था को दर्शाया।

प्रयागराज का त्रिवेणी संगम भारतीय संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का यह स्नान धार्मिक एकता और आध्यात्मिकता को और सशक्त करता है। इस पावन अवसर ने भारत की सनातन परंपरा को पुनः गौरवान्वित किया है।

Vice President of India, Shri Jagdeep Dhankhar, took a holy dip at the Triveni Sangam in Prayagraj, Uttar Pradesh. The sacred confluence of Ganga, Yamuna, and the mythical Saraswati River holds great religious significance in Hinduism. Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath highlighted the spiritual and cultural importance of the Sangam. Thousands of devotees gathered at the holy site, chanting “Har Har Mahadev.” This event reaffirmed India’s rich Sanatan traditions and the divinity of Prayagraj.

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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