AIN NEWS 1 नीमच (मध्यप्रदेश): मध्यप्रदेश के नीमच जिले में एक युवक की गर्दन टूटने से मौत हो गई। युवक अपनी दोस्तों के साथ गुलाटी मारने का प्रयास कर रहा था, जब अचानक वह गिरा और उसकी गर्दन में गंभीर चोट आ गई। घायल युवक को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां छह दिन तक उसका इलाज चला, लेकिन अंततः उसकी जान नहीं बच सकी। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिससे लोग इस खतरनाक खेल को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।
घटना का विवरण:
यह घटना नीमच जिले के एक गांव की है, जहां 19 साल का युवक गुलाटी मारने की कोशिश कर रहा था। गुलाटी मारने के दौरान उसका संतुलन बिगड़ गया और वह सीधे ज़मीन पर गिर गया। गिरने के कारण उसकी गर्दन पर गंभीर चोट आई, जिससे उसे तेज दर्द हुआ। तुरंत ही उसे इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन गर्दन की गंभीर चोट के कारण उसे बचाया नहीं जा सका।
इलाज और मौत:
युवक को छह दिन तक अस्पताल में भर्ती रखा गया, जहां उसे जीवन रक्षक उपकरणों के सहारे रखा गया। डॉक्टरों के अनुसार, गर्दन में हड्डी टूटने और रीढ़ की हड्डी में चोट आने के कारण उसे गंभीर स्थिति में रखा गया। छह दिन के इलाज के बाद, युवक की हालत और बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो:
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें युवक को गुलाटी मारते हुए देखा जा सकता है। वीडियो ने लोगों को हैरान कर दिया और इस प्रकार के खतरनाक खेलों को लेकर सोशल मीडिया पर कई बहसें छिड़ गईं। लोग इसे खतरनाक और असंवेदनशील मानते हैं, और इसे न करने की सलाह दे रहे हैं।
परिवार और समाज की प्रतिक्रिया:
युवक की मौत के बाद उसके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। परिजनों का कहना है कि उन्होंने इस खेल के खतरों के बारे में कभी नहीं सोचा था, और अब यह हादसा उनके जीवन में गहरा आघात लेकर आया है। समाज के लोग भी इस घटना को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं और बच्चों को इस तरह के खतरनाक खेलों से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं।
खतरनाक खेलों से बचने की सलाह:
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के खतरनाक खेल, जैसे गुलाटी मारना, युवा लोगों के बीच एक लोकप्रिय चुनौती बन गए हैं, लेकिन यह गंभीर शारीरिक चोटों का कारण बन सकते हैं। ऐसे खेलों से बचने की सलाह दी जा रही है ताकि किसी भी प्रकार का गंभीर हादसा टाला जा सके।
यह घटना एक महत्वपूर्ण चेतावनी के रूप में सामने आई है, जो बच्चों और युवाओं को अपने शरीर की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित करती है।