AIN NEWS 1: केरल के पर्यटन मंत्री पीए मोहम्मद रियास ने रविवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि वायनाड, मलप्पुरम, और कोझिकोड जिलों से होकर बहने वाली चालियार नदी के 40 किलोमीटर क्षेत्र में चल रहे तलाशी अभियान को और तेज किया जाएगा। इस क्षेत्र में कई शव और अवशेष मिले हैं, जिससे तलाशी अभियान में बढ़ोत्तरी की जाएगी। मंत्री ने कहा कि मुंडक्कई और चूरलमाला जैसे भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में अधिक बल और उपकरण तैनात किए जाएंगे, जहां मलबे के नीचे शव मिलने की संभावना है।
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बच्चों से इस आपदा के बारे में पूछताछ करने से मना किया और सलाह दी कि बच्चों की पहचान को उनके माता-पिता की अनुमति से ही उजागर किया जाए, ताकि उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर न पड़े।
मंत्री रियास ने कहा कि शिविरों और अस्पतालों में मौजूद लोगों को हर संभव सहायता दी जाएगी। लापता लोगों की तलाश के लिए रडार, ड्रोन, और भारी मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है। राज्य सरकार ने विस्थापित पीड़ितों के पुनर्वास के लिए एक नई टाउनशिप स्थापित करने की योजना की भी घोषणा की है।
वायनाड में यह आपदा इरुवाझिंझी नदी के क्षेत्र में हुई, जो लगभग 1800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। नदी में बढ़ते जल स्तर के कारण भूस्खलन हुआ और मलबा नदी में गिर गया, जिससे आसपास के गांव जलमग्न हो गए। बारिश के कारण नदी में उफान आ गया और भूस्खलन हुआ। पहले से ही संवेदनशील इस पर्वतीय क्षेत्र में भारी बारिश ने भूस्खलन को और बढ़ावा दिया।
रिमोट सेंसिंग डेटा और सैटेलाइट इमेजरी से पता चलता है कि पहले भी इसी क्षेत्र में भूस्खलन हुआ था, जिससे पेड़ और वनस्पति नष्ट हो गई थी। इसके परिणामस्वरूप चट्टानों और मलबे के प्रभाव को बढ़ावा मिला, जिससे वर्तमान आपदा हुई।