Thursday, November 21, 2024

महिलाएं अपने सेक्स पार्टनर से क्या चाहती हैं, जान ले सेक्स के ये 12 राज…

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AIN NEWS 1: सेक्स से ही जुड़े विषय हुए एक्सपर्ट्स के अलावा कुल 1000 से ज्यादा महिलाओं ने खुलकर रखें है अपने विचार व्यक्त किए हैं अपने भाव. कि महिलाएं बिस्तर पर अखिर क्या चाहती हैं मर्द से, आप भी जानिए वो कुल 12 राज…सेक्स संबंध बनाते वक्त अखिर महिलाएं किसी पुरुष से क्या चाहती हैं, यह हमेशा से ही एक शोध का विषय रहा है. इस पर पहले भी काफी लोगों द्वारा कुछ लिखा जा चुका है. इसी मुद्दे पर आज ताजातरीन रिसर्च के नतीजे हम आपके सामने ले आए हैं.

सेक्स से ही जुड़े हुए विषय के एक्सपर्ट्स के अलावा कुल 1000 से भी ज्यादा महिलाओं ने खुलकर अपने विचार व्यक्त किए हैं. कि महिलाएं बिस्तर पर अखिरकार क्या चाहती हैं मर्द से, तो जानिए वो 12 राज…

1. सेक्स के दोरान सिर्फ कामक्रीड़ा पर ही हो पूरा ध्यान

बिस्तर पर ज्यादातर महिला अपने पार्टनर की यौन इच्छा को तृप्त करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी चीज है- ‘जज्बा’. इस सर्वे में शामिल करीब 42 फीसदी महिलाओं ने यह बात पूरी तरह से स्वीकार की है. यह महिलाएं कई तरीके से पुरुषों के प्यार को महसूस करती हैं, जिनमें सबसे ज्यादा इनका ध्यान अपनी तरफ खींचता है आपके मुंह से की जाने वालीं ‘शरारतें’. अपने पार्टनर की आंखों में आंखें डालकर उनके लिए प्यार जताना, अपने होठों को संवेदनशील अंगों पर फिराना, किसी और तरीके से उनकी देह को छूना महिलाओं को काफी ज्यादा भाता है. जीभ के अगले भाग से ही नाजुक अंगों का स्पर्श भी महिलाओं का मन मचलने के लिए काफी होता है.

2. इस दोरान फोरप्ले की ज्यादा अहमियत होती है 

कामक्रीड़ा का असली मजा जब सिर्फ चरम तक पहुंचने पर ही नहीं होता है, बल्कि इसके दोरान हर पल का भरपूर आनंद लेना चाहिए. फोरप्ले भी इसका एक अहम पार्ट है, जिसका अपना मजा है. सर्वे में शामिल ज्यादातर महिलाओं ने माना कि फोरप्ले के दौरान होने वाली उत्तेजना एकदम ही अलग तरह की होती है. महिलाओं ने कहा कि पुरुषों को सेक्स के मामले में थोड़ा ज्यादा ‘क्रिएटिव’ होना चाहिए. कुछ नया और एकदम अलग ही अंदाज में किया जाना महिलाओं को खूब ज्यादा भाता है.

3. ‘आनंद’ व ‘संतुष्टि’ में अखिरकार फर्क है

किंसले इंस्टिट्यूट के एक शोध में यह भी पाया गया कि पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी यह माना कि उन्हें कंडोम के बिना ही यौन संबंध ज्यादा अच्छा लगता है. पर इस तरह महिलाओं ने यह भी माना कि दरअसल संभोग के दौरान कंडोम का इस्तेमाल किए जाने पर उन्हें कुछ ज्यादा सुकून मिलता है. यह सुकून ‘प्रोटेक्शन’ को लेकर ही होता है. सर्वे में शामिल महिलाओं ने यह भी कहा कि कंडोम यौन रोगों से बचाव का यह कारगर तरीका है. इसके इस्तेमाल से महिलाएं खुलकर सेक्स का इस तरह भरपूर मजा ले पाती हैं.

4. काफी धीरे-धीरे, आराम से…

सभी महिलाएं अपने पार्टनर से यही चाहती हैं कि उसके बेहद कोमल अंगों को शुरुआती दौर में ज्यादा तकलीफ न दी जाए. महिलाएं पुरुषों से चाहती हैं कि वे उसके किसी भी सेंसिटिव अंगों के साथ संवेदनशीलता से ही पेश आएं. मतलब यह कि संभोग के दौरान वे चाहे तो उन्हें जीभ व उंगलियों का इस्तेमाल करके जरूरी उत्तेजना पैदा करें, पर इससे कष्ट देने से बाज आएं.

5. वातावरण का भी पड़ता है काफी असर

शोध के दौरान कुल 50 फीसदी महिलाओं ने यह स्वीकार किया कि संभोग के दौरान अनुकूल मौसम व वातावरण न होने की वजह से वे इससे चरम तक न पहुच सकीं. महिलाओं ने माना कि दरअसल पुरुषों के ठंडे पांव की वजह से उन्हें कुछ ज्यादा तकलीफ होती है. डॉ. होल्सटेज ने भी कहा कि सेक्स के दौरान वातावरण भी काफी ज्यादा मायने रखता है. अगर इस दोरान कमरे का तापमान अनुकूल रहता है, तो यह सेक्स का मजा भी बढ़ा देता है.

6. सेक्स के दौरान महिला की पोजिशन का भी रखें खयाल

सेक्स संबंध बनाने के दौरान पोजिशन का भी ध्यान रखना बेहद ही जरूरी होता है. स्त्री के निचले भाग को आप अगर दो-तीन तकियों के सहारे थोड़ा-सा और ऊपर उठाकर उसके साथ संभोग किया जाए, तो इससे संसर्ग ठीक से हो पाता है. वह स्थिति भी काफी बेहतर होती है, जब स्त्री लेटे हुए पुरुष के ऊपर आकर उससे संभोग करती है. तो इससे स्त्रियां ‘उन’ अंगों में ज्यादा उत्तेजना को महसूस करती हैं. एक और पोजिशन महिलाओं व पुरुषों को काफी अच्छा लगता है, वह है ‘डॉगी स्टाइल’. मतलब, कि जिसमें आपका पार्टनर घुटनों और हाथों के बल खुद को संतुलित किए रहता है और पुरुष उसके ठीक पीछे जाकर उसके साथ संभोग करता है.

7. वेसे तो तरीके तो और भी हैं…

ऑस्ट्रेलियन सेक्स रिसर्चर जूलियट रिचटर्स इस दोरान कहती हैं कि सर्वे में शामिल पांच में से केवल एक ही महिला ने माना कि वे केवल एकदम नॉर्मल तरीके से ही किए गए संभोग से ही चरम तक पहुंच जाती हैं. ज्यादातर युवा को महिलाओं का मानना था कि वे अपने पार्टनर से चाहती है कि वे सेक्स के दौरान अपने दोनों हाथ और मुंह का भी ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें. उन्हें अपनी किताब के लिए भी 19 हजार लोगों पर किए गए सर्वे के दौरान ही इस तथ्य का पता चला.

इस दोरान 90 फीसदी से ज्यादा महिलाओं ने माना कि वे सेक्स के दौरान अपने पार्टनर द्वारा मुख का भी इस्तेमाल किए जाने के बाद ही चरम तक पहुंचती हैं. रिसर्च में यह भी पाया गया कि जब कामक्रीड़ा आरामदायक तरीके से, धीरे-धीरे, हो पर लगातार किया जाता है, तो जोड़े चरम तक कुछ जल्दी पहुंच जाते हैं.

8. इस दोरान जल्दबाजी की, तो गए ‘काम’ से

इस सर्वे में शामिल महिलाओं में से केवल पचास फीसदी ने ही कहा कि वे 10 मिनट या इससे कम वक्त में ही अपने चरम तक पहुंच जाती हैं. सेक्स मेडिसिन के एक जर्नल में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, सेक्स में कुछ जल्दबाजी दिखलाने पर पुरुष तो संतुष्ट हो जाते हैं, पर महिलाएं उतनी चरम तक नहीं पहुंच पाती हैं. ऐसे में पुरुषों की जिम्मेदारी भी होती है कि वे बिना हड़बड़ी दिखलाए ही अपनी पार्टनर को लंबे गेम में साथ लेकर चलें.

9. संवेदनशील अन्य को अच्छे से अंगों को पहचानें

सेक्स पर शोध करने वालों ने इस दोरान पाया है कि केवल स्पॉट ही आनंद देने के लिए पर्याप्त नहीं है, बल्कि महिलाओं के शरीर में और भी कई ऐसे भाग हैं, जहां संवेदना ज्यादा होती है. इसमें इनका A- स्पॉट भी शामिल है, जहां सहलाने से ही महिलाओं का शरीर यौन क्रिया के लिए शारीरिक रूप से तैयार हो पाता है. इस काम में उंगलियों की ही कारस्तानी काम आती है.

10. इससे पहले तैयारी को ठीक से परखें

कोई स्त्री संभोग के लिए तैयार है भी या नहीं, यह परखने में भी कई बार आपसे भूल हो जाती है. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में लेक्चरर बरबरा कीसलिंग का इसके लिए मानना है कि सिर्फ बाहरी लक्षण से ही इसकी पहचान संभव नहीं है. इनकी नजर में ‘बटरफ्लाई पोजिशन’ भी सबसे ज्यादा बेहतर है.

11. इसकी ‘कीमत’ तो अदा करनी ही पड़ती है…

अगर महिला अपने थकाऊ काम या नींद की कमी की वजह से कुछ परेशान है, तो इस स्थिति में वह मुश्किल से ही उत्तेजित होती है. ऐसे में पुरुषों की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है. पुरुषों को चाहिए कि वे व्यंजन पकाने या कपड़े धोने आदि क्षेत्रों में भी इनकी मदद करें. सर्वे में शामिल महिलाओं ने माना कि ऐसी स्थिति में जब पुरुष उनके काम में इस तरह की मदद करते हैं कि उन्हें बेहतर एहसास होता है.

12. यहां पर जरूरी नहीं कि हर बार चरम तक पहुंचा ही जाए

महिला हर बार चरम तक पहुंच ही जाए, यह भी कोई जरूरी नहीं है. कई बार तनाव व थकान की वजह से भी ऐसा नहीं हो पाता. ऐसे में जबरन आधे घंटे तक ‘खेल’ जारी रखने की बजाए इसे वहीं खत्म करना बेहतर रहता है. चरम तक न ले जाने के लिए हर बार पुरुष ही जिम्मेदार तो नहीं होता. फिर भी अगर महिला चाहे, तो आप अपने हाथों और उंगलियों से ही उसे संतुष्ट का सकते हैं. कुल मिलाकर इस क्रीड़ा का आनंद ही काफी मायने रखता है.

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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