Ainnews1.com : बताते चले WhatsApp, Facebook, Instagram समेत कई ऐसे ऐप्स अभी उपलब्ध हैं। जिनमें बिल्कुल फ्री में वॉयस और वीडियो कॉलिंग आपको मुहैया कराई जाती है। लेकिन अब यह फ्री सुविधा जल्द ही खत्म हो सकती है। केंद्र सरकार ने लोगों से राय जानने के लिए दूरसंचार बिल का मसौदा जारी कर दिया है। बिल में प्रवधान है कि WhatsApp, फेसबुक के जरिए कॉल या मैसेज भेजने की सुविधा को टेलीकॉम सर्विस ही माना जाएगा। इसके लिए इन कंपनियों को अब लाइसेंस लेना पड़ेगा।बिल का ड्राफ्ट सभी के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर मुहैया कराया गया है। इसके साथ ही डिपार्टमेंट ने बिल पर इंडस्ट्री से सुझाव की मांग भी करी हैं। इस पर 20 अक्टूबर तक अपनी राय दी जा सकती है।वहीं अगर बिल पास होता है तो दूरसंचार विभाग इसके हिसाब से ही चलेगा।
Indian Telecommunication Bill, 2022 के ड्राफ्ट में कई नई चीजें शामिल की गई हैं। दरअसल, देश की टेलीकॉम कंपनियां लगातार इस बात की शिकायत अब तक करती रही हैं कि WhatsApp और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को मैसेज और कॉल करने की सर्विस देने से उन्हें काफ़ी नुकसान हो रहा है।
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इन टेलीकॉम कंपनियां का कहना रहा है कि उनकी सर्विसेस टेलीकॉम सेवा के तहत आती है। ऐसे में लोगों की राय मिलने के बाद बिल को संसद में पेश किया जाएगा। बिल में साइबर फ्रॉड को रोकने के भी काफ़ी इंतजाम किए गए हैं।सरकार ने इस बिल में लाइसेंस फीस को लेकर भी कुछ नए नियम जोड़े हैं। इसके तहत सरकार के पास अधिकार है कि वो लाइसेंस फीस को आंशिक या पूरी तरह से माफ भी कर सकती है। इसके साथ ही रिफंड का भी प्रावधान किया गया है। अगर कोई टेलीकॉम या इंटरनेट प्रोवाइडर अपना लाइसेंस सरेंडर करता है तो। ऐसी स्थिति में उसे रिफंड भी मिल सकता है।
बता दें कि इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp का इस्तेमाल बड़ी संख्या में लोग अब करते हैं। भारत में ही इसके एक्टिव यूजर्स की संख्या 40 करोड़ से भी ज्यादा है। फिलहाल लाइसेंस फीस के बाद ही स्थिति साफ होगी कि चार्ज लगेगा या नहीं।