Who is Harish Chaudhary? Sahibabad Mandi Firing Accused and His Connection with BJP Leader Nand Kishor Gurjar
साहिबाबाद मंडी गोलीकांड: कौन है हरीश चौधरी? जानिए बीजेपी कनेक्शन और पूरी घटना की कहानी
AIN NEWS 1: गाजियाबाद के साहिबाबाद में सोमवार सुबह हुई फायरिंग की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। नवीन फल-सब्जी मंडी परिसर में मंडी समिति की मासिक बैठक के दौरान गोलियों की आवाज गूंज उठी। इस घटना के पीछे का नाम सामने आया – हरीश चौधरी, जो खुद को बीजेपी कार्यकर्ता बताते हैं और जिनका लंबा आपराधिक इतिहास भी है।
घटना कैसे हुई?
सोमवार सुबह करीब 11:30 बजे, लिंकरोड थाना क्षेत्र स्थित साहिबाबाद की नवीन फल-सब्जी मंडी में मंडी समिति और आढ़तियों की मासिक बैठक चल रही थी। इसी दौरान हरीश चौधरी अपने बेटे, भतीजों और लगभग 20 समर्थकों के साथ वहां पहुंचे।
गवाहों के मुताबिक, हरीश ने अचानक रिवॉल्वर निकाली और एक के बाद एक छह राउंड फायरिंग की। गोलियों की आवाज से बैठक में अफरातफरी मच गई। इसके बाद उन्होंने वहां रखी कुर्सियां और सामान फेंककर तोड़फोड़ भी की।
विवाद की पृष्ठभूमि
आरोप है कि बैठक से पहले सुबह 8:27 बजे हरीश चौधरी ने मंडी आढ़ती भारत भाटी को व्हाट्सएप कॉल की, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाई। बाद में फोन पर बात होने पर हरीश ने बैठक न होने देने की धमकी दी।
भारत भाटी का आरोप है कि इस धमकी के बाद मंडी परिसर में उनकी हत्या का प्रयास किया गया। उन्होंने हरीश चौधरी, उनके बेटे और भतीजों समेत 23 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
गिरफ्तारी और बरामदगी
गाजियाबाद पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्य आरोपी हरीश चौधरी समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मौके से रिवॉल्वर के तीन खाली खोखे भी बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने कहा है कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गाजियाबाद पुलिस का आधिकारिक बयान यहां पढ़ें:
गाजियाबाद पुलिस का ट्वीट
https://x.com/ghaziabadpolice/status/1955107072720117783?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1955107072720117783%7Ctwgr%5Ef06af52d1aefc4157addf4328ea37f0c02ce1f04%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fd-11866974073479435155.ampproject.net%2F2507172035000%2Fframe.html
हरीश चौधरी का दावा – “मैं बीजेपी कार्यकर्ता हूं”
वारदात के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें हरीश चौधरी ने खुद को बीजेपी कार्यकर्ता बताया। उन्होंने कहा कि उनके बेटे करन को मंडी प्रशासन ने फल-सब्जी की आढ़त लगाने का लाइसेंस दिया था और दुकान लगाने के लिए स्थान भी चिह्नित किया गया था।
हरीश का कहना है कि मंडी समिति और कुछ आढ़तियों द्वारा उनके परिवार के साथ अन्याय किया जा रहा था, जिसके चलते यह विवाद हुआ।
नंद किशोर गुर्जर से जुड़ाव का दावा और सफाई
फायरिंग की घटना के बाद सोशल मीडिया पर हरीश चौधरी की लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर और अन्य बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें वायरल होने लगीं।
मामला बढ़ता देख नंद किशोर गुर्जर ने बयान जारी कर साफ कहा –
“मेरा हरीश चौधरी से कोई संबंध नहीं है। आज के समय में कोई भी किसी के साथ फोटो खिंचवा सकता है। गाजियाबाद पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच करे और जो दोषी है, उसे सख्त सजा मिले।”
पुलिस और प्रशासन की चुनौती
यह मामला सिर्फ एक फायरिंग का नहीं, बल्कि साहिबाबाद मंडी में चल रहे पुराने विवाद और गुटबाजी का भी संकेत देता है। पुलिस के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं –
1. मंडी में सुरक्षा व्यवस्था बहाल करना
2. विवाद की असली वजह और साजिश का पर्दाफाश करना
अब आगे क्या?
गाजियाबाद पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सबूतों के आधार पर ही कार्रवाई होगी। यदि हरीश चौधरी का राजनीतिक प्रभाव या समर्थन पाया गया, तो जांच का दायरा और बढ़ सकता है।
यह घटना गाजियाबाद में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, खासकर जब कथित तौर पर राजनीतिक संबंध रखने वाले व्यक्ति पर ऐसे गंभीर आरोप लग रहे हों।
Harish Chaudhary, the prime accused in the Sahibabad Mandi firing case in Ghaziabad, has sparked controversy by claiming to be a BJP worker. The incident occurred during a mandi committee meeting, where Harish allegedly fired multiple rounds and created chaos. Social media is abuzz with his pictures alongside BJP MLA Nand Kishor Gurjar, though the MLA has denied any connection. Police have arrested eight people, including Harish, and are investigating the political and criminal angles behind the shootout.