AIN NEWS 1 गाजियाबाद: डासना शिवशक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद (Yeti Narasimhanand) के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में देश के विभिन्न राज्यों में FIR दर्ज की गई है। प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार रात मंदिर का घेराव किया, जिसके चलते गाजियाबाद में माहौल तनावपूर्ण हो गया है।
आपत्तिजनक बयान और उसके प्रभाव:
यति नरसिंहानंद के विवादास्पद बयान ने मुस्लिम समुदाय में रोष पैदा किया है। उनके बयान के बाद यूपी और अन्य राज्यों में उनके खिलाफ कई FIR दर्ज की गईं। हालात को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस ने कार्रवाई की, लेकिन कैला भट्टा क्षेत्र में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव की स्थिति बनी रही।
अमरावती में उग्र भीड़:
महाराष्ट्र के अमरावती शहर में भीड़ ने डासना मंदिर के महंत के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पथराव किया, जिसमें 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, कुछ व्यक्तियों ने महंत का विवादास्पद वीडियो साझा किया, जिससे स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया। जब पुलिस ने भीड़ को समझाने की कोशिश की, तभी स्थिति बेकाबू हो गई।
पीएम मोदी से सख्त कार्रवाई की मांग:
धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में महंत के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई जा रही है। अंजुमन सैयद जादगान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सख्त एक्शन की अपील की है और चेतावनी दी है कि अगले शुक्रवार को बड़े पैमाने पर रैली का आयोजन किया जाएगा।
नफरत फैलाने का आरोप:
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने आरोप लगाया है कि यति नरसिंहानंद ने समाज में नफरत फैलाने और विभाजन की कोशिश की है। उन्होंने देशभर में महंत के खिलाफ FIR दर्ज कराने और राष्ट्रीय अभियान शुरू करने का ऐलान किया है।
रावण की तारीफ:
यति नरसिंहानंद ने हाल ही में रावण की तारीफ करते हुए कहा कि मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले नहीं जलाने चाहिए। उन्होंने रावण को एक “चरित्रवान” और “वैज्ञानिक योद्धा” बताया, जिसने एक छोटी सी गलती की, लेकिन उसे सदियों से जलाया जा रहा है। इस बयान ने उनके खिलाफ और भी विवाद खड़ा कर दिया है।
इस प्रकार, यति नरसिंहानंद का मामला अब राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन चुका है और इसके नतीजे आने वाले दिनों में देखने को मिलेंगे। पुलिस की कार्रवाई और स्थानीय प्रशासन की कोशिशों के बावजूद, तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।