AIN NEWS 1: भोसरी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने वक्तव्य में छत्रपति शिवाजी महाराज, सावित्रीबाई फुले और डॉ. भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि इन महापुरुषों की पावन भूमि पर आना उनके लिए गर्व का विषय है।
उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा, “हिंदवी स्वराज के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज, महिला सशक्तिकरण की प्रतीक सावित्रीबाई फुले और भारत के संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की इस धरती पर आकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।”
जनता का उत्साह और समर्थन अद्वितीय
योगी आदित्यनाथ ने भोसरी की जनता के उत्साह और अभूतपूर्व समर्थन के लिए धन्यवाद प्रकट किया। उन्होंने कहा, “भोसरी विधानसभा क्षेत्रवासियों का अथाह समर्थन और जोश देखकर मैं गद्गद हूं। आपकी ऊर्जा से हमारा ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण का संकल्प और मजबूत होता है।”
‘सबका साथ, सबका विकास’ पर दिया जोर
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा और उनकी योजनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह समय भारत को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का है। इसके लिए सभी नागरिकों को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ को सरकार की नीति का आधार बताया।
छत्रपति शिवाजी महाराज को दी श्रद्धांजलि
योगी आदित्यनाथ ने छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता और नेतृत्व क्षमता का जिक्र करते हुए कहा कि वे न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे भारत के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने उनके ‘हिंदवी स्वराज’ के आदर्शों को आज के भारत के लिए भी प्रासंगिक बताया।
सावित्रीबाई फुले और बाबा साहब का सम्मान
महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सावित्रीबाई फुले के योगदान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि उनके विचार और कार्य हर महिला के लिए प्रेरणास्रोत हैं। साथ ही, उन्होंने बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका संविधान निर्माण का कार्य भारतीय लोकतंत्र की नींव है।
जनता से किया एकजुटता का आह्वान
अंत में, मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लोगों से आह्वान किया कि वे सरकार की विकास योजनाओं में अपना सहयोग दें। उन्होंने विश्वास दिलाया कि राज्य और केंद्र सरकार हर नागरिक के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री के इस संबोधन ने स्थानीय जनता में जोश और उम्मीद का संचार किया। सभा में मौजूद लोगों ने बड़े उत्साह के साथ उनकी बातों का समर्थन किया।