Yogi Adityanath on Ayodhya Visit: “Ram Mandir is Above Politics”
अयोध्या यात्रा पर योगी आदित्यनाथ: “राम मंदिर के लिए सत्ता भी त्याग सकते हैं”
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अयोध्या यात्रा को लेकर अपनी भावनाएं और अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि जब पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में अयोध्या जाने की बात उठी, तो नौकरशाही का एक बड़ा वर्ग इसके खिलाफ था। वे मानते थे कि इससे विवाद खड़ा हो सकता है, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि अगर विवाद होता है तो होने दें, लेकिन अयोध्या के विकास और राम मंदिर के विषय पर सरकार को कदम उठाने चाहिए।
तीन पीढ़ियों से राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़ाव
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनका परिवार तीन पीढ़ियों से श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने बचपन से ही राम मंदिर आंदोलन को करीब से देखा और समझा है। ऐसे में जब वे मुख्यमंत्री बने, तो उनके लिए अयोध्या जाना स्वाभाविक था। लेकिन सरकारी व्यवस्था में मौजूद कुछ लोगों को इससे आपत्ति थी।
नौकरशाही की आपत्तियां और योगी का रुख
जब योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या जाने की इच्छा जताई, तो नौकरशाही में एक बड़ा वर्ग था जो कह रहा था कि मुख्यमंत्री के रूप में उनका अयोध्या जाना विवाद पैदा कर सकता है। कुछ अधिकारियों ने सलाह दी कि इससे राजनीतिक विवाद बढ़ सकता है, जिससे सरकार को नुकसान हो सकता है।
लेकिन योगी आदित्यनाथ ने दृढ़ता से जवाब दिया, “अगर विवाद होता है तो होने दीजिए, लेकिन अयोध्या के विषय में विचार करना आवश्यक है।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर वे मुख्यमंत्री रहते हुए अयोध्या नहीं जाते, तो यह उनके पद की गरिमा के खिलाफ होगा।
राम मंदिर को सत्ता से ऊपर रखा
मुख्यमंत्री ने साफ किया कि वे राजनीति से ऊपर उठकर इस विषय को देख रहे थे। जब कुछ लोगों ने कहा कि अयोध्या जाने से राम मंदिर का मुद्दा फिर उठेगा, तो योगी आदित्यनाथ का जवाब था, “क्या हम सत्ता के लिए आए हैं? अगर राम मंदिर के लिए सत्ता भी छोड़नी पड़े, तो यह कोई बड़ी बात नहीं होगी।”
राम मंदिर के प्रति अटूट निष्ठा
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि राम मंदिर का निर्माण केवल एक धार्मिक मुद्दा नहीं, बल्कि आस्था और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का विषय है। उन्होंने कहा कि यह केवल मंदिर निर्माण का कार्य नहीं है, बल्कि भारतीय सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना का एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
अयोध्या के विकास की प्रतिबद्धता
योगी आदित्यनाथ ने यह भी बताया कि उनकी सरकार अयोध्या के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। वे चाहते हैं कि अयोध्या न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि एक आधुनिक नगर के रूप में भी विकसित हो।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, आधुनिक रेलवे स्टेशन, सड़कों का विस्तार, स्मार्ट सिटी योजनाएं और पर्यटन सुविधाओं का विकास शामिल है।
योगी आदित्यनाथ की विचारधारा
योगी आदित्यनाथ की विचारधारा स्पष्ट है—धर्म और राजनीति को अलग नहीं किया जा सकता, लेकिन सत्ता का उपयोग धर्म के उत्थान और राष्ट्रनिर्माण के लिए होना चाहिए। उनके अनुसार, राम मंदिर सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।
योगी आदित्यनाथ के अयोध्या जाने और राम मंदिर के प्रति उनके संकल्प को लेकर चाहे कितने भी विवाद उठे हों, उन्होंने अपने विचारों से यह स्पष्ट कर दिया कि उनके लिए राम मंदिर राजनीति से बढ़कर है। उनके नेतृत्व में अयोध्या का विकास हो रहा है, और राम मंदिर आंदोलन का सपना साकार हो चुका है।
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath recently spoke about his first visit to Ayodhya as the Chief Minister and the challenges he faced from the bureaucracy. Despite warnings of political controversy, he firmly stated that Ram Mandir is above politics and is a matter of faith and culture. His family has been associated with the Ram Janmabhoomi movement for three generations, making his commitment to the cause unwavering. Under his leadership, Ayodhya’s development is progressing rapidly, including an international airport, improved infrastructure, and world-class tourism facilities. This dedication showcases his vision of Hindutva and cultural restoration in India.