Yogi Adityanath on Namaz vs Kanwar Yatra: No Comparison, Clear Stand on Road Prayers
योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान: नमाज और कांवड़ यात्रा की तुलना नहीं, सड़क पर नमाज की अनुमति नहीं
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में हाल ही में नमाज और कांवड़ यात्रा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस बहस के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि नमाज और कांवड़ यात्रा की तुलना किसी भी हाल में नहीं की जा सकती।
मुख्यमंत्री योगी का स्पष्ट संदेश
योगी आदित्यनाथ ने दो टूक कहा कि सड़क पर नमाज की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन कांवड़ यात्रा अपने पारंपरिक मार्गों से जारी रहेगी। यह बयान ऐसे समय आया है जब उत्तर प्रदेश में यह बहस चल रही थी कि यदि सड़क पर नमाज की अनुमति नहीं है, तो फिर कांवड़ यात्रा क्यों निकाली जाती है? इस पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि दोनों को एक ही नजरिए से देखना सही नहीं होगा।
धार्मिक आयोजनों की तुलना पर नाराजगी
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि त्योहारों पर किसी भी नई परंपरा की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि धार्मिक आयोजनों को प्रशासनिक व्यवस्था और जनता की सुविधा के हिसाब से तय किया जाता है।
कांवड़ यात्रा और नमाज में अंतर क्यों?
योगी आदित्यनाथ के बयान का प्रमुख बिंदु यह था कि कांवड़ यात्रा और नमाज एक समान नहीं हैं। उन्होंने बताया कि –
1. कांवड़ यात्रा एक संगठित धार्मिक यात्रा है, जो हर साल निर्धारित समय पर निकलती है और इसके लिए प्रशासन विशेष व्यवस्था करता है।
2. सड़क पर नमाज एक स्थायी परंपरा नहीं है, बल्कि सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ जुटने से यातायात प्रभावित होता है।
3. कांवड़ यात्रा प्रशासन की निगरानी में होती है, जबकि सड़क पर नमाज बिना किसी पूर्व योजना के हो सकती है, जिससे व्यवस्था बाधित हो सकती है।
त्योहारों में नई परंपराओं की अनुमति नहीं
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार किसी भी धर्म के लोगों को उनके त्योहारों को मनाने से नहीं रोकती, लेकिन नई परंपराएं जबरदस्ती थोपने की कोशिश की गई तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सभी धर्मों के लोगों को कानून और प्रशासनिक नियमों का पालन करना होगा।
सरकार का रुख स्पष्ट
उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर स्पष्ट संदेश दिया है कि धार्मिक आयोजनों के नाम पर सार्वजनिक स्थलों पर अराजकता फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान से यह साफ हो गया है कि सरकार धार्मिक स्वतंत्रता के साथ-साथ सार्वजनिक व्यवस्था को भी ध्यान में रख रही है। सड़क पर नमाज और कांवड़ यात्रा की तुलना सही नहीं है, और सरकार इस मुद्दे पर किसी भी तरह की भ्रम की स्थिति नहीं रहने देना चाहती।
UP CM Yogi Adityanath has strongly stated that Namaz and Kanwar Yatra cannot be compared. His statement comes amid ongoing debates in Uttar Pradesh regarding religious processions and road usage. He has made it clear that while the Kanwar Yatra will continue on roads, offering Namaz on roads is not permissible. Yogi Adityanath has emphasized that no new traditions will be allowed during festivals, ensuring that established norms are followed.