AIN NEWS 1 | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बस्ती जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में इंटरनेट मीडिया (सोशल मीडिया) के बढ़ते दुरुपयोग को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि तकनीक आज की दुनिया का अहम हिस्सा है, लेकिन जब इसका इस्तेमाल गलत मकसद से किया जाता है, तो यह समाज में तनाव और विभाजन का कारण बनती है।
मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि इंटरनेट मीडिया के जरिए धर्म और जाति के आधार पर लोगों को लड़ाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने जनता से अपील की कि सोशल मीडिया का उपयोग सोच-समझकर और जिम्मेदारी के साथ करें, ताकि किसी भी अफवाह या भ्रामक खबर के कारण समाज में नफरत न फैले।
तकनीक का महत्व और सावधानी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तकनीक इंसान की प्रगति और विकास की रीढ़ है। शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, प्रशासन और सुरक्षा – हर क्षेत्र में तकनीक की अहम भूमिका है। लेकिन अगर इसका गलत इस्तेमाल किया गया तो इसके नतीजे गंभीर हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि तकनीक तभी तक विकास का साधन है जब तक इसे सकारात्मक और जिम्मेदारी से इस्तेमाल किया जाए। लेकिन यदि इसे अफवाह फैलाने और समाज में नफरत बोने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा, तो यह समाज को तोड़ने का काम करेगी।
कलम और तलवार का संतुलन
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर क्लब में विश्वनाथ मंदिर सभा की नई कार्यकारिणी को शपथ दिलाते हुए कहा कि समाज के संचालन के लिए कलम और तलवार दोनों का संतुलन जरूरी है।
तलवार व्यवस्था और सुरक्षा का प्रतीक है।
वहीं, कलम समाज को नैतिक और सांस्कृतिक दिशा देती है।
उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी गौरवशाली परंपराओं को फिर से याद कर रहा है। ऐसे समय में जरूरी है कि शिक्षा और तकनीक का इस्तेमाल राष्ट्र निर्माण और समाज को जोड़ने के लिए किया जाए।
सरस्वती विद्या मंदिर का उद्देश्य
बस्ती में सरस्वती विद्या मंदिर के नए प्रकल्प का भूमि पूजन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे शिक्षण संस्थान केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं होते, बल्कि ये बच्चों में भारतीय संस्कृति, परंपरा और राष्ट्रप्रेम की भावना भी जगाते हैं।
उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों का लक्ष्य छात्रों को सिर्फ शिक्षित बनाना नहीं बल्कि उन्हें जिम्मेदार और संस्कारी नागरिक बनाना है। ऐसे संस्थानों से निकलने वाले छात्र समाज और देश दोनों की सेवा करेंगे। यही कारण है कि इस तरह के स्कूलों का विस्तार समाज को नई दिशा देगा।
समाज को तोड़ने की साजिश
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर झूठी खबरें और भड़काऊ बातें बहुत तेजी से फैलती हैं। कई लोग इन्हें बिना जांचे-परखे सच मान लेते हैं और आपस में भिड़ जाते हैं। यही वजह है कि तकनीक के साथ सतर्कता और जागरूकता भी जरूरी है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अफवाहें सिर्फ समाज को नुकसान नहीं पहुंचातीं बल्कि कई बार कानून-व्यवस्था को भी बिगाड़ देती हैं। इसलिए हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि सोशल मीडिया पर आई हर जानकारी को जांचे-परखे बिना आगे न बढ़ाए।
शिक्षा और संस्कृति से समाधान
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज को सही दिशा देने का काम शिक्षा, संस्कार और संस्कृति ही कर सकते हैं। भारत की असली ताकत उसकी संस्कृति और परंपरा है। यदि आने वाली पीढ़ी इन्हें समझे और अपनाए, तो कोई भी ताकत समाज को तोड़ नहीं पाएगी।
उन्होंने आह्वान किया कि छात्र, शिक्षक, अभिभावक और समाज का हर वर्ग शिक्षा और तकनीक का उपयोग राष्ट्रहित में करे। तभी भारत विश्वगुरु बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ सकेगा।
योगी आदित्यनाथ का संदेश स्पष्ट था – तकनीक और इंटरनेट मीडिया बेहद जरूरी हैं, लेकिन अगर इनका इस्तेमाल नफरत फैलाने और धर्म-जाति के नाम पर समाज को तोड़ने में किया जाएगा, तो इसके परिणाम विनाशकारी होंगे।
उन्होंने कहा कि भारत का भविष्य तभी सुरक्षित होगा, जब शिक्षा, संस्कृति और तकनीक तीनों मिलकर राष्ट्र को एकजुट करें और हर नागरिक जिम्मेदारी से अपना योगदान दे।