AIN NEWS 1 लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने मुगल शासक औरंगज़ेब के मंदिर तोड़ने के इतिहास पर तीखी टिप्पणी की। मुख्यमंत्री ने कहा, “मंदिरों को तोड़ने वालों का वंश नहीं बचता।” उन्होंने इसे इतिहास का प्रमाण बताया और कहा कि आज औरंगज़ेब के वंशज कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ का बयान
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “जिस शासक ने हमारे धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया, उसका वंश और गौरव खत्म हो गया। आज औरंगज़ेब के वंशज रिक्शा चला रहे हैं। यह एक उदाहरण है कि जिन लोगों ने सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति पर आघात किया, उनका भविष्य अंधकारमय हो गया।”
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराएं अटूट हैं और इन्हें तोड़ने का प्रयास करने वालों को इतिहास कभी माफ नहीं करता। उन्होंने इस संदर्भ में यह भी जोड़ा कि मंदिरों के प्रति भारतीय समाज की गहरी आस्था को नष्ट करने की कोशिशें हमेशा विफल रही हैं।
इतिहास और संदेश
योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान से यह स्पष्ट करने का प्रयास किया कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक आस्था को चुनौती देने वालों का हश्र हमेशा बुरा होता है। उन्होंने इसे ऐतिहासिक तथ्य के रूप में प्रस्तुत करते हुए कहा कि “मंदिरों के विनाश की कोशिश करने वालों के वंशजों को भी इसकी कीमत चुकानी पड़ी है।”
सांस्कृतिक धरोहर का महत्व
योगी आदित्यनाथ ने अपने वक्तव्य में भारतीय संस्कृति और धर्म की महानता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हमारे धार्मिक स्थल न केवल आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि हमारी पहचान और संस्कृति का आधार भी हैं। ऐसे में इन्हें ठेस पहुंचाने वालों को समाज और इतिहास कभी माफ नहीं करता।
समाज को संदेश
मुख्यमंत्री ने अपने बयान से यह संदेश दिया कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं की रक्षा करना हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि “सनातन धर्म और हमारी संस्कृति को किसी भी आघात से बचाना न केवल सरकार का, बल्कि समाज का भी दायित्व है।”
योगी आदित्यनाथ का यह बयान भारतीय समाज के लिए एक विचारणीय संदेश है। उन्होंने इतिहास के उदाहरणों के माध्यम से यह समझाने का प्रयास किया कि धार्मिक स्थलों के विनाश और सांस्कृतिक विरासत को कमजोर करने का प्रयास करने वालों का अंत कभी अच्छा नहीं होता। उनका यह संदेश समाज को अपनी धरोहर के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनने के लिए प्रेरित करता है।