AIN NEWS 1 लखनऊ/नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और मिजोरम के राज्यपाल वीके सिंह से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान, उन्होंने आगामी महाकुंभ 2025 के लिए इन सभी नेताओं को आमंत्रित किया। प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित होने वाले महाकुंभ का निमंत्रण देने के साथ-साथ मुख्यमंत्री ने सभी विशिष्टजनों को महाकुंभ के प्रतीक चिह्न, कलश और अन्य सांस्कृतिक साहित्य भी भेंट किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की तैयारियों को लेकर अपनी सरकार के प्रयासों को साझा किया और सभी से महाकुंभ में शामिल होने की अपील की। इस अवसर पर उन्होंने महाकुंभ से जुड़ी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी और बताया कि राज्य सरकार इस महाकुंभ के आयोजन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।
मुख्यमंत्री ने दी शिष्टाचार भेंट
शनिवार को दिल्ली में योगी आदित्यनाथ ने पहले मिजोरम के राज्यपाल जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह से यूपी सदन में मुलाकात की और उन्हें महाकुंभ 2025 के लिए आमंत्रित किया। इसके बाद, उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की और उन्हें भी महाकुंभ का निमंत्रण पत्र दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें महाकुंभ के प्रतीक चिह्न, कलश, महाकुंभ से जुड़ा साहित्य और नववर्ष का कैलेंडर भेंट किया।
योगी आदित्यनाथ ने फिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की और महाकुंभ के लिए उन्हें आमंत्रित किया। इसके बाद, उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की और महाकुंभ में उनके आने का निमंत्रण दिया।
महाकुंभ के प्रचार-प्रसार की दिशा में कार्य
मुख्यमंत्री योगी ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर जोर दिया और कहा कि राज्य सरकार ने महाकुंभ को विश्व स्तर पर प्रचारित करने के लिए कई उपाय किए हैं। उन्होंने महाकुंभ के प्रचार के लिए विभिन्न माध्यमों का इस्तेमाल करने का भी उल्लेख किया। योगी ने बताया कि यूपी सरकार के मंत्री विभिन्न राज्यों में जाकर वहां के विशिष्टजनों और आम लोगों को महाकुंभ के बारे में जागरूक कर रहे हैं और उन्हें इस ऐतिहासिक अवसर में शामिल होने का निमंत्रण दे रहे हैं।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “एक्स” पर इन मुलाकातों की तस्वीरें साझा की और सभी विशिष्टजनों से मुलाकात करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
महाकुंभ 2025 के महत्व पर चर्चा
महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में होगा और यह 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा। इस धार्मिक और सांस्कृतिक महासंगम में लाखों श्रद्धालु, साधु-संत और पर्यटक शामिल होंगे। महाकुंभ का आयोजन हर 12 वर्ष में होता है और यह विश्वभर में एक प्रमुख धार्मिक आयोजन माना जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर को यूपी के लिए गौरव और सम्मान का प्रतीक बताया और कहा कि यह महाकुंभ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक और पर्यटन दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।
इस वर्ष महाकुंभ की तैयारियां पहले से कहीं अधिक व्यापक रूप से चल रही हैं। सरकार ने इस आयोजन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए आधारभूत संरचना और अन्य सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित किया है। साथ ही, सुरक्षा और सफाई व्यवस्था को भी प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि हर श्रद्धालु को बेहतर अनुभव मिल सके।
महाकुंभ 2025: एक ऐतिहासिक आयोजन
महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में होने जा रहा है, जो भारत के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजनों में से एक है। इस महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिए लाखों लोग देश-विदेश से पहुंचते हैं। यह अवसर न केवल धर्म, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने का भी एक बड़ा मंच है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन को लेकर अपनी सरकार की पूरी प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के आयोजन से न केवल धार्मिक, बल्कि आर्थिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी प्रदेश को लाभ होगा।
इस आयोजन की तैयारी के तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रमुख बुनियादी ढांचे, जैसे सड़कें, पुल, धर्मशालाएं, अस्पताल और अन्य सार्वजनिक सुविधाएं बनाने की दिशा में काम किया है। इसके अलावा, प्रदेश भर में धार्मिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा, ताकि महाकुंभ के महत्व को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।
योगी ने भेंट की महाकुंभ से जुड़ी वस्तुएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के प्रतीक चिह्न, कलश और अन्य सांस्कृतिक साहित्य के माध्यम से इस आयोजन की महिमा को और बढ़ाया। इन वस्तुओं के माध्यम से उन्होंने महाकुंभ की पहचान को और सशक्त बनाने की कोशिश की है। इन वस्तुओं को लेकर मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी संदेश दिया, जिसमें उन्होंने महाकुंभ के महत्व को समझाया और सभी को इस आयोजन में शामिल होने का आह्वान किया।
साथ ही, योगी ने सभी नेताओं और विशिष्टजनों से मुलाकात करते हुए उन्हें महाकुंभ 2025 का निमंत्रण दिया। इन मुलाकातों का उद्देश्य महाकुंभ को एक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है।
महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में विभिन्न नेताओं से मुलाकात की और उन्हें महाकुंभ के महत्व को समझाते हुए आमंत्रित किया। इसके अलावा, उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अपनी सरकार के प्रयासों को भी साझा किया। महाकुंभ 2025 न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर को भी विश्व स्तर पर प्रदर्शित करने का एक बड़ा अवसर होगा।