AIN NEWS 1: संभल के रायसत्ती पुलिस चौकी में सोमवार को एक युवक, इरफान (40), की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर टॉर्चर का आरोप लगाया और दावा किया कि पुलिस ने इरफान को गंभीर रूप से प्रताड़ित किया, जिसके कारण उसकी जान चली गई। घटना के बाद, मृतक के परिजनों ने चौकी को घेर लिया और जमकर हंगामा किया। हालांकि, पुलिस का कहना है कि इरफान की मौत हार्ट अटैक से हुई है।
क्या हुआ था घटना के दिन?
यह घटना थाना नखासा क्षेत्र के रायसत्ती पुलिस चौकी की है। इरफान, जो खग्गू सराय का निवासी था, के परिवार के बीच पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। इस विवाद के चलते, उसकी ताई ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने इरफान को पूछताछ के लिए उठाया और चौकी पर ले आई।
इरफान के परिवार के मुताबिक, इरफान पहले से ही बीमार था और उसका नाक का ऑपरेशन भी मुरादाबाद में हुआ था। उसके परिवार का कहना है कि पुलिस ने उसे दवाइयां भी खाने नहीं दीं, जो कि उसकी गंभीर स्थिति को और बिगाड़ने वाला था।
परिवार का आरोप
इरफान की पत्नी, रेशमा ने बताया, “पाँच पुलिस वाले मेरे पति को घर से खींचकर ले आए थे। वह पहले से ही बीमार थे, और उनका नाक का ऑपरेशन भी हुआ था। पुलिस ने दवाई खाने का मौका नहीं दिया।”
इसी तरह, इरफान की बुआ शफीक ने भी आरोप लगाया कि इरफान और उसके भाई तसलीम के पास कुल छह लाख रुपए थे, जिनका लेन-देन चल रहा था। शफीक के अनुसार, इरफान की ताई ने शिकायत की थी कि उनके साथ मारपीट की गई थी और रुपए का लेन-देन भी नहीं हुआ था। ताई के आरोपों के बाद, पुलिस ने इरफान को पूछताछ के लिए चौकी पर बुलाया।
पुलिस की सफाई
घटना के बाद पुलिस ने एक बयान जारी किया और बताया कि सोमवार सुबह 11:30 बजे शफीक बेगम नामक महिला ने शिकायत पत्र दिया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनका बेटा अरमान उनके साथ मारपीट करता है और उसने इरफान के माध्यम से छह लाख रुपए किसी को दे दिए थे। महिला के आरोपों के बाद पुलिस ने इरफान को रायसत्ती चौकी पर बुलाया।
पुलिस ने यह भी दावा किया कि इरफान ने चौकी पर दवाई खाने की मांग की, और पुलिस ने उसे दवा दी थी। बाद में इरफान ने चेस्ट पेन (सीने में दर्द) की शिकायत की, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि इरफान की मौत हार्ट अटैक से हुई है और प्रथम दृष्टया यह मामला हार्ट अटैक का ही प्रतीत होता है।
पुलिस का दावा और जांच
पुलिस ने कहा कि चौकी पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से यह साफ़ साबित होता है कि इरफान और उसका बेटा चौकी पर कुछ ही मिनटों के लिए रुके थे। चौकी प्रभारी ने स्वयं उन्हें दवाई देने का इंतजाम किया था। इसके अलावा, पुलिस ने इरफान के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, ताकि मौत के असल कारणों का पता चल सके।
हालांकि, मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं कि पुलिस ने उन्हें जानबूझकर दवाइयां नहीं दीं और प्रताड़ित किया। फिलहाल, मामले की जांच जारी है, और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों का खुलासा होगा।
पुलिस और परिवार के बीच तनाव
घटना के बाद, स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। एएसपी श्रीश चंद्र और सीओ असमोली कुलदीप सिंह सहित दो थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। रैप (RAF) की तैनाती भी की गई। पुलिस ने परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन हंगामा जारी रहा।
इस मामले को लेकर पुलिस पर उंगलियां उठ रही हैं, लेकिन पुलिस की तरफ से बार-बार यह कहा जा रहा है कि इरफान की मौत हार्ट अटैक से हुई है। पुलिस ने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से निराधार हैं कि पुलिस ने इरफान को दवा खाने नहीं दी।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
हालांकि, अब सवाल यह उठता है कि इरफान की मौत का असल कारण क्या था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, और रिपोर्ट के बाद ही सही कारणों का पता चल सकेगा।
संभल में यह घटना एक बड़े विवाद का कारण बन चुकी है, जिसमें पुलिस और मृतक के परिवार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। पुलिस का कहना है कि इरफान की मौत हार्ट अटैक से हुई, जबकि परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें प्रताड़ित किया, जिसके कारण उनकी जान चली गई। अब देखना होगा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या खुलासा होता है और पुलिस की भूमिका पर क्या असर पड़ता है।
English Summary:
In Sambhal’s police station, a man named Irfan died under mysterious circumstances, with his family alleging torture by the police. Irfan had been brought to the police station for questioning regarding a financial dispute. His family claimed that the police had not allowed him to take his medicine and had mistreated him. The police, however, maintain that Irfan died of a heart attack, and CCTV footage supports their claim that he was at the station for only a few minutes. The body has been sent for a post-mortem to determine the exact cause of death. The investigation continues amid rising tensions between the police and the deceased’s family.