AIN NEWS 1 | जॉम्बी फायर, जिसे ज़ोंबी आग भी कहा जाता है, एक ऐसी आग है जो अक्सर जमीन के नीचे या पेड़ों की जड़ों में धीमी गति से जलती रहती है। यह आग सामान्यतः गर्मियों में जंगल की आग के बाद विकसित होती है। जब जंगल की आग बुझ जाती है, तब कुछ हिस्से गर्म रह जाते हैं और यही गर्म हिस्से धीरे-धीरे सुलगते रहते हैं, जिससे जॉम्बी फायर का जन्म होता है।
जॉम्बी फायर की विशेषताएँ
- अदृश्य खतरा: यह आग जमीन के अंदर होती है, इसलिए इसे देखना कठिन होता है। यह हवा में धुआं छोड़ती है, लेकिन लपटें नहीं होतीं, जिससे लोग इसके खतरे से अनजान रहते हैं।
- धीमी फैलावट: जॉम्बी फायर धीरे-धीरे फैलती है और कभी-कभी महीनों या सालों तक जलती रहती है, जिससे इसे नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
- पर्यावरणीय प्रभाव: यह आग जंगलों को नष्ट करती है, मिट्टी की उर्वरता को कम करती है और कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन बढ़ाती है, जो जलवायु परिवर्तन को बढ़ावा देती है।
जॉम्बी फायर का स्थान
यह आग आमतौर पर उन क्षेत्रों में होती है जहाँ जंगल की आग का खतरा अधिक होता है, जैसे:
- आर्कटिक क्षेत्र: यहाँ ग्लोबल वार्मिंग के कारण जंगल की आग बढ़ रही है।
- बोरियल जंगल: उत्तरी गोलार्ध में, जहाँ जॉम्बी फायर की घटनाएँ आम हैं।
- दलदली क्षेत्र: यहाँ भी जॉम्बी फायर लग सकती है।
जॉम्बी फायर से बचाव के उपाय
- जागरूकता: जंगल की आग को रोकने के लिए जागरूकता फैलाना जरूरी है।
- तकनीकी उपाय: जॉम्बी फायर की पहचान के लिए उपग्रहों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- विशेष तकनीक: जॉम्बी फायर को बुझाने के लिए विशेष तकनीकों का उपयोग किया जाता है।
इस प्रकार, जॉम्बी फायर एक गंभीर पर्यावरणीय खतरा है, जिसे समझना और रोकना आवश्यक है।