AIN NEWS 1: हम सभी की थाली में रोटी एक जरूरी हिस्सा होती है। चाहे नाश्ता हो, लंच या डिनर — बिना रोटी के खाना अधूरा सा लगता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रोज़ जो रोटी हम खाते हैं, उसमें कितना प्रोटीन होता है और यह हमारे शरीर के लिए कितनी फायदेमंद है? आइए जानते हैं रोटी से जुड़ी सारी जरूरी बातें सरल भाषा में।
प्रोटीन क्या है और यह क्यों जरूरी है?
प्रोटीन हमारे शरीर का निर्माण करने वाला एक मुख्य पोषक तत्व है। यह मांसपेशियों, हड्डियों, बालों, त्वचा और शरीर के लगभग हर हिस्से में पाया जाता है। शरीर में जो एंजाइम्स, हार्मोन और हीमोग्लोबिन बनते हैं, उनमें भी प्रोटीन की अहम भूमिका होती है।
प्रोटीन हमारे शरीर को मजबूत बनाता है, सेल्स की मरम्मत करता है और नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। एक सामान्य व्यक्ति को अपने वजन के प्रति किलो पर लगभग 0.8 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। वहीं जो लोग व्यायाम या शारीरिक मेहनत करते हैं, उन्हें यह मात्रा 1.2 से 2 ग्राम प्रति किलो वजन तक चाहिए होती है।
एक रोटी में कितना प्रोटीन होता है?
अब आते हैं उस सवाल पर जो सबसे ज्यादा पूछा जाता है — एक रोटी में कितना प्रोटीन होता है?
आम तौर पर 40 ग्राम की एक मध्यम आकार की पूरी गेहूं की रोटी में लगभग 3 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। इसके अलावा इसमें मौजूद अन्य पोषक तत्व भी शरीर को भरपूर ऊर्जा देते हैं।
एक मीडियम रोटी में लगभग:
120 कैलोरी
20–22 ग्राम कार्बोहाइड्रेट
3 ग्राम प्रोटीन
2 ग्राम फाइबर
3 ग्राम फैट
1 मिलीग्राम आयरन होता है।
रोटी में मौजूद कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स शरीर को लंबे समय तक एनर्जी देते हैं, जबकि फाइबर पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है।
रोटी खाने के जबरदस्त फायदे
रोटी सिर्फ पेट भरने का साधन नहीं, बल्कि एक संतुलित और पौष्टिक भोजन का अहम हिस्सा है। जानिए इसके कुछ प्रमुख फायदे –
1. लंबे समय तक पेट भरा रखती है
रोटी में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे पाचन धीमा होता है और आपको जल्दी भूख नहीं लगती। इससे ओवरईटिंग की संभावना कम हो जाती है और वजन कंट्रोल में रहता है।
2. एनर्जी का बेहतरीन स्रोत
रोटी में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स शरीर को तुरंत और लंबे समय तक ऊर्जा देते हैं। इसलिए जो लोग दिनभर एक्टिव रहते हैं, उनके लिए रोटी बहुत फायदेमंद है।
3. डायबिटीज़ और हार्ट के मरीजों के लिए बेहतर
रोटी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है। इसका मतलब यह है कि यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाती। इसलिए यह डायबिटीज़, हार्ट डिजीज़ और मेटाबॉलिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए सुरक्षित विकल्प है।
4. फाइबर से भरपूर
गेहूं की रोटी में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
5. विटामिन और मिनरल्स से भरपूर
रोटी में विटामिन B1 (थायमिन), आयरन, और अन्य खनिज पाए जाते हैं, जो शरीर में ऊर्जा उत्पादन, खून की गुणवत्ता और कोशिकाओं की सेहत बनाए रखने में मदद करते हैं।
6. लो-कैलोरी डाइट वालों के लिए बढ़िया विकल्प
जो लोग वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए रोटी चावल की तुलना में बेहतर ऑप्शन है। इसमें कैलोरी कम और पोषण ज्यादा होता है।
क्या रोज़ाना रोटी खाना ठीक है?
जी हां, अगर आप संतुलित मात्रा में रोटी खाते हैं तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। बस ध्यान रखें –
ज़्यादा तेल या घी लगी रोटी न खाएं।
मल्टीग्रेन या गेहूं के आटे की रोटी बेहतर रहती है।
डाइट में सब्ज़ियां और दालें भी शामिल करें ताकि प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों का संतुलन बना रहे।
रोटी भारतीय भोजन का अभिन्न हिस्सा है, और यह सिर्फ स्वाद ही नहीं बल्कि सेहत का खज़ाना भी है। एक रोटी में मौजूद प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट शरीर को ऊर्जा, मजबूती और संतुलन देते हैं। अगर आप हेल्दी डाइट की तलाश में हैं, तो रोटी को अपने भोजन में ज़रूर शामिल रखें — लेकिन मात्रा में संयम बरतना हमेशा फायदेमंद रहेगा।
⚠️ अस्वीकरण:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले अपने चिकित्सक या पोषण विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
Roti, also known as Indian flatbread or chapati, is a staple food rich in nutrients. One medium roti contains around 3 grams of protein, 120 calories, and essential vitamins and minerals. Eating roti daily provides energy, fiber, and protein while helping with digestion, weight control, and heart health. The low glycemic index of roti makes it ideal for people with diabetes or metabolic issues. Including roti in your daily diet ensures balanced nutrition and long-lasting energy.



















