AIN NEWS 1: 13 अप्रैल 2025 को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के वृंदावन स्थित श्री चित्रगुप्त पीठ, ग्राम जुल्हेड़ी (निकट राधा कुंड) में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर काशी हिंदी विद्यापीठ द्वारा कराते और क्रॉसबो जैसे खेलों में अद्वितीय योगदान देने वाले पिता-पुत्र को विद्या-वाचस्पति (PHD) की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
इस समारोह में कराते के विश्वविख्यात महागुरु शिदोशी सोके अनिल कौशिक (9th डान) और उनके सुपुत्र अंश अनिल कौशिक, जो एक अंतर्राष्ट्रीय क्रॉसबो खिलाड़ी हैं, को यह विशिष्ट उपाधियाँ प्रदान की गईं।
शिदोशी सोके अनिल कौशिक को यह सम्मान उनके जीवन भर के समर्पण, कराते में उत्कृष्ट उपलब्धियों, और इस क्षेत्र में किए गए नवाचारपूर्ण शोध कार्य के लिए दिया गया। उन्होंने कराते को सिर्फ एक खेल के रूप में नहीं बल्कि एक जीवनशैली के रूप में अपनाया है। वे 12 से अधिक विश्व रिकॉर्ड बना चुके हैं और कराते को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाने में सफल रहे हैं।
उनके पुत्र अंश अनिल कौशिक ने क्रॉसबो खेल में भारत का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई स्वर्ण पदक जीतकर न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि देश की शान भी बढ़ाई। उन्हें यह मानद उपाधि उनके खेल कौशल और भारत को गौरवान्वित करने के लिए प्रदान की गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर सुरेंद्र नाथ गिरी जी महाराज की गरिमामयी उपस्थिति में यह सम्मान प्रदान किया गया। समारोह की अध्यक्षता काशी हिंदी विद्यापीठ के कुलाधिपति श्री सुखमंगल सिंह, कुलपति डॉ. संभाजी राजाराम बाबिस्कर, और कुलसचिव इंदरजीत तिवारी ने की।
अनिल कौशिक वर्तमान में इंटरनेशनल गेम्स फेडरेशन ऑफ यूनाइटेड वर्ल्ड के अध्यक्ष और आईसीएसएसपीई के सदस्य हैं। उन्हें अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की मान्यता प्राप्त है। उनका योगदान न केवल खेलों में है, बल्कि युवाओं को सही दिशा देने और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण रहा है।
इस अवसर पर दोनों सम्मानित व्यक्तियों ने विद्यार्थियों और युवाओं से खेलों को जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि खेल न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं बल्कि आत्मविश्वास और अनुशासन की भावना भी विकसित करते हैं।
इस सम्मान से प्रेरित होकर यह उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में और भी युवा खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त कर भारत का नाम रोशन करेंगे।
On April 13, 2025, celebrated martial artist Anil Kaushik, a 9th Dan Karate Grandmaster, and his son Ansh Kaushik, an international crossbow champion, were awarded Honorary PhD degrees by Kashi Hindi Vidyapeeth during a special ceremony in Vrindavan, Mathura. Recognized for their outstanding contributions to Karate and Crossbow, Anil Kaushik has over 12 world records and dedicated his life to martial arts, while Ansh has brought India glory by winning multiple gold medals in national and international crossbow competitions. This event highlights India’s growing recognition of sports excellence and martial arts achievements.