AIN NEWS 1: मेरठ के सेंट्रल मार्केट में दो दिनों से जारी व्यापारियों का आंदोलन आखिर मंगलवार शाम समाप्त हो गया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हुए अवैध कॉम्पलेक्स के ध्वस्तीकरण से नाराज व्यापारी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे और पूरे बाजार ने दो दिन तक अपने शटर बंद रखे। मगर सांसद अरुण गोविल के आश्वासन के बाद हालात सामान्य हुए और बाजार फिर से खुल गया।
दो दिन की बंदी के बाद राहत
बीते रविवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत आवास विकास परिषद ने सेंट्रल मार्केट में बने एक अवैध कॉम्पलेक्स को गिरा दिया था। इसके बाद खबर आई कि 31 और निर्माणों पर भी बुलडोजर चल सकता है। इस सूचना से व्यापारियों में हड़कंप मच गया और उन्होंने तत्काल धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। सोमवार और मंगलवार, दोनों दिन पूरा बाजार बंद रहा। दुकानदारों ने मांग की कि बिना ठोस समाधान के बाजार नहीं खोला जाएगा।
महिलाओं और व्यापारियों का संयुक्त प्रदर्शन
मंगलवार को सेंट्रल मार्केट में सैकड़ों व्यापारी और महिलाएं धरना स्थल पर एकजुट हुए। दोपहर में सभी ने मिलकर शांति मार्च निकाला और आवास विकास परिषद के खिलाफ नारेबाजी की। इस मार्च में कांग्रेस, सपा और एआईएमआईएम जैसे राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। सभी की एक ही मांग थी—“व्यापारियों पर बुलडोजर की कार्रवाई रोकी जाए।”
राजनीतिक और प्रशासनिक हलचल
धरने की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और स्थानीय नेताओं की सक्रियता बढ़ गई। शाम होते-होते सांसद अरुण गोविल, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, मेयर हरिकांत अहलूवालिया, भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी, और व्यापार संघ अध्यक्ष अजय गुप्ता सेंट्रल मार्केट पहुंचे। सभी नेताओं ने व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया गया है।
अरुण गोविल की मुख्यमंत्री से मुलाकात
सांसद अरुण गोविल ने बताया कि उन्होंने सोमवार शाम लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। मुलाकात में मेरठ के सेंट्रल मार्केट की स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि व्यापारियों की समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाया जाए और फिलहाल किसी भी नए निर्माण पर बुलडोजर कार्रवाई रोक दी जाए।
इसके बाद मेरठ कमिश्नर, जनप्रतिनिधियों और व्यापारिक संगठनों के बीच हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। तय हुआ कि जिन 31 निर्माणों पर बुलडोजर चलाने की योजना थी, उसे फिलहाल स्थगित किया जाएगा। साथ ही, जो दुकानें ध्वस्त हो चुकी हैं, उनके व्यापारियों को अस्थाई रूप से व्यापार करने की अनुमति दी जाएगी।
मेयर का आश्वासन
मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने घोषणा की कि ध्वस्तीकरण से प्रभावित 22 व्यापारियों को नगर निगम द्वारा नई सड़क पर बनने वाले मिनी मॉल में दुकानें आवंटित की जाएंगी। इससे व्यापारियों को पुनः अपना कारोबार शुरू करने में मदद मिलेगी।
कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने बताया कि प्रशासन सेंट्रल मार्केट को “स्ट्रीट मार्केट” का दर्जा देने पर विचार कर रहा है ताकि भविष्य में ऐसी कानूनी दिक्कतें दोबारा न आएं। उन्होंने कहा कि, “सरकार व्यापारियों के साथ है, किसी का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।”
धरना समाप्त और जय श्री राम के नारे
शाम करीब छह बजे सांसद अरुण गोविल ने धरना स्थल पर पहुंचकर घोषणा की—“अब यहां बुलडोजर नहीं चलेगा।” उन्होंने धरनास्थल के पीछे एक दुकान का शटर खुद उठाकर बाजार खुलवाया। उसी समय वहां मौजूद व्यापारियों ने “जय श्री राम” के नारे लगाते हुए लड्डू बांटे और खुशी जाहिर की।
सांसद ने मुस्कुराते हुए कहा, “खोलिए शटर और बांटिए लड्डू, अब किसी का नुकसान नहीं होगा।” यह सुनते ही पूरा सेंट्रल मार्केट एक बार फिर रौनक से भर गया।
व्यापारियों की प्रतिक्रिया
सेंट्रल मार्केट व्यापार संघ अध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल और महामंत्री निमित जैन ने सांसद, विधायक, मेयर, और सभी व्यापारिक संगठनों का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि “हम सिर्फ न्याय चाहते थे, टकराव नहीं। सरकार ने हमारी बात सुनी, इसके लिए हम आभारी हैं।”
व्यापारियों ने भी माना कि सांसद अरुण गोविल की सक्रिय भूमिका से ही यह संकट टल पाया। ध्वस्तीकरण से प्रभावित दुकानदारों ने राहत की सांस ली और अपने धंधे फिर से शुरू करने की तैयारी में जुट गए।
अंत में राहत की मुस्कान
सेंट्रल मार्केट के कई व्यापारियों ने कहा कि अगर बातचीत और सहयोग का यही तरीका अपनाया जाए, तो किसी भी समस्या का हल निकाला जा सकता है। इस पूरे प्रकरण ने यह साबित किया कि संवाद और संवेदनशीलता से बड़े विवाद भी सुलझाए जा सकते हैं।
अब बाजार खुलने के बाद फिर से रौनक लौट आई है। दो दिन की बंदी के बाद सड़कों पर खरीदारों की भीड़ नजर आने लगी है। लोगों के चेहरों पर राहत और उम्मीद की झलक साफ देखी जा सकती है।
मेरठ के सेंट्रल मार्केट का यह प्रकरण सिर्फ एक बुलडोजर कार्रवाई का विरोध नहीं था, बल्कि यह संदेश भी था कि जनता की आवाज सुनी जानी चाहिए। सांसद अरुण गोविल और स्थानीय प्रशासन के बीच समन्वय ने साबित किया कि संवाद ही समाधान है। अब उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मेरठ के व्यापारी और प्रशासन मिलकर शहर के विकास को नई दिशा देंगे।
Meerut Central Market reopened after two days of shutdown following BJP MP Arun Govil’s assurance that bulldozer action would be halted. The traders had been protesting the demolition of illegal complexes ordered by the Supreme Court. After meetings with Chief Minister Yogi Adityanath and the local administration, the government agreed to suspend further demolitions. The reopening marks relief for local businesses, highlighting Arun Govil’s key role in resolving the Meerut Central Market dispute.



















