2024 का जल्द ही चुनाव होनें वाला है. और लोकसभा चुनाव नजनीक आने के साथ ही जाटों ने भी केंद्र में आरक्षण के लिए फिर से हुकांर भर दी है। जाटों का कहना है कि केंद्र में अगर आरक्षण नही मिला तो वोट से देंगे जवाब. इसी क्रम में अखिल भारतीय जाट महासभा की ओर बिजनौर के हल्दौर में सम्मेलन हुआ बता दे कि इसमें जाट नेताओं ने साफ कह दिया है कि केंद्र में आरक्षण नहीं मिला तो वोट के द्वारा जवाब दिया जाएगा।
आपको बता दे कि 20 नवंबर को दिल्ली के तालकटोरी स्टेडियम में सभी लोग एक साथ एकत्र होकर राजनीतिक पार्टियों पर दबाव बनाने का काम किया जाएगा। वही इस मामले में महासभा के अंतरराष्ट्रीय एंव भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी युद्धवीर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने साजिश के तहत जाटों से केंद्र में आरक्षण छीनने का काम किया है। वही युद्धवीर सिंह ने कहा कि जाट समाज खेती किसानों से जुड़ा होने के कारण आर्थिक और शैक्षणिक रुप से पिछड़ा हुआ है। साथ ही इन्होने कहा कि केंद्र में आरक्षण मिले बिना जाटों का भला होने वाला नहीं है। अब समय आ गया है कि एकजुट होकर केंद्र सरकार पर पूरा दबा बनाओ ताकि भाजपा लोकसभा के चुनाव से पहले ही जाट बिरादरी को फिर से केंद्र की ओबीसी की आरक्षण सूची में शामिल करने को मजबूर हो जाए। वही बता दे कि प्रदेश अध्यक्ष प्रताप चौधरी ने जाट आरक्षण की मांग को दोहराते हुए 29 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर और फिर 20 नवंबर को दिल्ली के तालकटोरी स्टेडियम में आयोजित जनसभा में भारी जनसंख्या पहुचने को कहा भी है साथ ही मौजूद सभी लोगो का कहना है कि अगर आरक्षण नहीं मिला तो लोकसभा के चुनाव मे एक भी वोट नही दिया जाऐंगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अगला योगेंद्र प्रधान, अशोक कुमार, महेंद्र पाल सिंह प्रधान रघुनाथपुर, कुलदीप चिकारा, कोमल कुमार, धर्मेंद्र राणा, सूरज सिंह प्रधान, महाशय घनश्याम सिंह, कृष्ण देव राठी, चौधरी लेख , ओमपाल सिंह आदि लोगा मौजूद रहे।