AIN NEWS 1: भारत में पिछले कुछ सालों से ही स्टार्टअप की एक बहुत बड़ी वेब सी आई है. आजकल बहुत से ऐसे लोग नौकरी करने के बजाय खुद का ही स्टार्टअप शुरू करना काफ़ी ज्यादा पसंद कर रहे हैं. जहां एक तरफ तो कुछ स्टार्टअप कंपनियां अपनी सफलता की एक नई इबारत लिख रही हैं, वहीं कुछ को इसमें काफ़ी भारी नुकसान का सामना भी करना पड़ रहा है. हाउसिंग ब्रोकिंग क्षेत्र में काम करने वाली एक स्टार्टअप कंपनी ब्रोकर नेटवर्क जिसे बी नेटवर्क द्वारा ही संचालित किया जाता है, उसे लेकर काफ़ी ज्यादा कुछ हौरान करने वाला मामला सामने आया है. बता दें राहुल यादव की प्रॉपर्टी टेक स्टार्टअप 4B नेटवर्क्स का कुल 280 करोड़ रुपये की फंडिंग कथित रूप से डूब गई है. जहां एक तरफ तो कंपनी के कर्मचारियों को कई महीनों से सैलरी तक नहीं मिली है, वहीं दूसरी तरफ इसके फाउंडर राहुल यादव एक बेहद ही आलीशान जिंदगी जी रहे हैं.

इस फाउंडर ने अपने ऐशो आराम में ही उड़ाए करोड़ों

IANS की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस कंपनी को भारी नुकसान होने के बाद भी फाउंडर राहुल यादव एक बेहद ही आरामदायक जिंदगी को जी रहे हैं. उनके पास मर्सिडीज-मेबैक जैसी कई शानदार गाड़ियों का कलेक्शन भी है. इसके साथ ही इसके फाउंडर ने ताज लैंड में शानदार बोर्ड रूम 80,000 रुपये प्रति दिन के हिसाब से ही रेंट पर लिया है. चौकाने वाली बात ये है कि जहां राहुल इन सभी चीजों पर अपने करोड़ों खर्च कर रहे हैं, वहीं अभी उन्होंने अपनी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को कई महीनों से सैलरी तक नहीं दी है.

इनके कर्मचारियों को कुल 7 महीने से नहीं मिली सैलरी

कुछ सूत्रों से मिली एक खबर के मुताबिक ब्रोकर नेटवर्क ने 280 करोड़ रुपये का इस्तेमाल केवल 18 महीने की छोटी सी अवधि में ही कर लिया है, लेकिन इसके बाद भी कंपनी अपने 150 से अधिक कर्मचारियों को नवंबर, 2022 से ही सैलरी देने में पूरी तरह से नाकाम रही है. सूत्रों के मुताबिक राहुल यादव ने अपने पुराने कर्मचारियों को पर्सनल लोन लेकर इन सभी कर्मचारियों की सैलरी देने को कहा है. एक उच्च स्तर कर्मचारी ने इस काम के लिए ही कुल 50 लाख रुपये तक का लोन ले लिया है. और अब लंबे वक्त तक पैसे न लौटाने की स्थिति में इस शीर्ष अधिकारी ने भी आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है. रिपोर्ट के मुताबिक इसके अलावा भी कई और कर्मचारियों को भी एडवांस सैलरी लोन लेने के लिए ही यादव ने मजबूर किया है. कंपनी के कई एंप्लाइज पर आरोप लगाते हुए उन्होने कहा है कि एक तरफ वह खुद ऐशोआराम की जिंदगी जी रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कर्मचारियों की कई महीनों की सैलरी तक नहीं दे रहे हैं.

जान ले अब कंपनी का होगा ऑडिट

इंफो एज (Info Edge) ने राहुल यादव की कंपनी 4B नेटवर्क्स का अब ऑडिट कराने का फैसला किया है. कंपनी ने अपनी निवेश की करीब एक तिमाही फंड को बट्टे में ही डालने का फैसला किया था क्योंकि कंपनी ने इंफो एज द्वारा मांगी गई जानकारी को नहीं दिया था. इंफो एज ने शेयर मार्केट को भी बताया है कि उसने कुल 288 करोड़ रुपये की राशि 4B नेटवर्क्स को दिया हुआ है. इसमें से 276 करोड़ रुपये ही शेयरों में निवेश किया गया है, वहीं 12 करोड़ रुपये को डेट फाइनेंसिंग के तौर पर इन्हे दिया गया था.

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