AIN NEWS 1: अब तक लोगों की जान बचाने के लिए कई तरह के ऑपरेशन आपने देखे ही होंगे लेकिन पखांजूर के परलकोट जलाशय में मात्र एक फोन के लिए चार दिन तक एक पूरा ऑपरेशन चलते हुए पहली बार देखा गया है. यह अब चारो तरफ ही चर्चा का विषय बना हुआ है. अपने फोन को पानी से बाहर निकालने के लिए सोमवार से ही ऑपरेशन ‘सर्च मोबाइल’ शुरू किया गया जो गुरूवार को फोन को निकाल कर ही पूरी तरह से समाप्त किया गया. यह बताना भी लाजमी होगा कि रविवार को पखांजूर निवासी और वतर्मान में पखांजूर में ही खाद्य निरिक्षक पद में पदस्थ राजेश विश्वास अपने दोस्तों के साथ परलकोट जलाशय में अपनी पार्टी मनाने गऐ थे.
इसी दौरान उनका फोन पानी में तो शुरू कर दिया सर्च मोबाइल ऑपरेशन
इसी दौरान परलकोट जलाशय के स्कैलवाय के पास मे उनका 1.54 लाख का मंहगा सेल फोन सैमसंग एस 23 अल्ट्रा जलाशय के पानी में गिर गया, जिसके बाद वे काफ़ी ज्यादा परेशान हो गए और सोमवार की सुबह ही परलकोट जलाशय पहुंच गए. इस दौरान वे आस-पास के दुकानदारों को भी लगा दिया और गांव में रहने वाले सभी गोताखोरों को बुलाकर पहले पानी में फोन खोजने का अभियान ‘सर्च मोबाइल’ शुरू हुआ. इस दौरान वहां गोताखोरों की भी मदद ली गई, लेकिन जब गोताखोर इस मिशन में असफल रहे तब इसका पानी निकालने के लिए पंप लगाऐ गए और तीन दिनों तक इन पंपों से पानी को लगातार निकालकर इस महंगे फोन को वहा से निकाला गया.
हालांकि, इस दौरान लगभग 21 लाख लीटर पानी पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया. जितना पानी बर्बाद हुआ,उतने पानी से लगभग एक हजार एकड़ में लगे फसलों की आसानी से सिंचाई हो सकती थी. ऐसे में क्षेत्र के सैकड़ों किसान काफ़ी ज्यादा परेशान हैं. गौरतलब है कि पखांजूर में पदस्थ खाद्य निरीक्षक राजेश विस्वास वैसे तो स्थानीय है लेकिन अपने कारनामों के कारण हमेशा ही वह विवादों और चर्चा में रहते है. खुद के राशन कार्ड के चावल में गड़बड़ी करने के मामले में वे एक बार वो सस्पेंड भी हो चुके हैं. अब अपने मंहगे फोन के लिए चार दिन का जो ऑपरेशन चला. इस वजह से वह फिर से चर्चा में आ गए.
जिस दौरान खाद्य निरीक्षक द्वारा यह आपरेशन फ़ोन चल रहा था, उस दौरान भी स्कैल वाय से लगातार चार दिनों तक पानी निकालने को लेकर काफ़ी ज्यादा विवाद हो गया. शिकायत के बाद जल संसाधन विभाग के एसडीओ मौके में पहुंचे और पानी निकालने का काम उन्होने बंद कराया, लेकिन तब तक वहा पर 21 लाख लीटर पानी पूरी तरह से बर्बाद हो चुका था. उक्त मामले में अब छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ने भी ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया इस पर दी है. लेकीन इस अफसर को उसके पद से सस्पेंड कर दिया गया है.